कर्नाटक हाईकोर्ट के जज को मिली धमकी, बोले- 'मैं बिल्ली के गले में घंटी बांधने के लिए तैयार हूं', जानें पूरा मामला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 5, 2022 02:22 PM2022-07-05T14:22:58+5:302022-07-05T14:22:58+5:30
कर्नाटक हाईकोर्ट के जज ने कहा है कि उन्हें तबादले की धमकी मिली है। मामला ACB के खिलाफ उनकी टिप्पणी से जुड़ा हुआ है। हालांकि उन्होने कहा मैं किसी से डरता नहीं और राज्य में पनप रहे भ्रष्टाचार पर भी सवाल उठाए।
बेंगलुरु : कर्नाटक हाईकोर्ट के एक जज ने कहा है कि उन्हें तबादला कर दिए जाने की धमकी मिली है। कर्नाटक हाईकोर्ट के जज एच.पी. संदेश ने कहा है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) के खिलाफ उनकी टिप्पणी की वजह से उन्हे तबादले की धमकी मिली है। उन्होने कहा कि मैं किसी से नहीं डरता। मैं किसी राजनीतिक दल से संबंधित नहीं हूं। मैं किसी भी राजनीतिक विचारधारा का पालन नहीं करता हूं। न्यायमूर्ति संदेश ने कहा कि वह लोगों की भलाई के लिए तबादले के लिए भी तैयार है।
एसीबी अधिकारी ने दी थी धमकी ?
ये पूरा मामला रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए एक आरोपी से जुड़ा है। बेंगलुरु शहरी जिला आयुक्त कार्यालय में डिप्टी तहसीलदार रंगे हाथों रिश्वत लेते पकड़े गए थे। डिप्टी तहसीलदार के कोर्ट में बयान के मुताबिक ये रिश्वत बेंगलुरु शहरी जिला आयुक्त जे मंजूनाथ के निर्देश पर मिली थी। हालांकि उनका नाम एफआईआर में कहीं नहीं है।
इससे पहले भी कोर्ट ने इस पर सवाल किया था। कोर्ट ने कहा था कि 'एसीबी वर्तमान में एक दागी एडीजीपी के नेतृत्व में है'। वहीं आरोपी की जमानत याचिका पर विचार करते हुए जज ने कहा कि एसीबी एडीजीपी एक शक्तिशाली व्यक्ति लगता है। किसी ने मेरे सहयोगी को बताया है। मुझे इसके बारे में एक न्यायाधीश ने जानकारी दी है। तबादले की धमकी आदेश में दर्ज किया जाएगा।
'पूरा राज्य भ्रष्टाचार में फंस गया है'
भ्रष्टाचार पर वार करते हुए कड़े लहजे में जज ने कहा कि क्या आप जनता या दागी व्यक्तियों की रक्षा कर रहे हैं, काला कोट भ्रष्टों की सुरक्षा के लिए नहीं है। भ्रष्टाचार कैंसर बन गया है और इसे चौथे चरण तक नहीं पहुंचना चाहिए।अधिकारियों को तलाशी वारंट के साथ धमकी देकर जबरन वसूली की जा रही है। जब बाड़ फसल को खा जाए तो क्या किया जाना चाहिए ? एसीबी एडीजीपी के सेवा रिकॉर्ड अदालत के सामने पेश नहीं किए गए हैं। आप न्यायाधीश को धमकी देने के स्तर पर पहुंच गए हैं। पूरा राज्य भ्रष्टाचार में फंस गया है।