कर्नाटक: "जगदीश शेट्टर ने कांग्रेस के 'विश्वास को धोखा' दिया है", उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने 'भाजपा वापसी' पर किया तीखा हमला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 26, 2024 02:47 PM2024-01-26T14:47:52+5:302024-01-26T14:55:16+5:30
कर्नाटक की सत्ता पर काबिज कांग्रेस पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर के 'भाजपा वापसी' को लेकर बेहद तीखा हमला करते हुए उनपर धोखा देने का आरोप लगाया है।
बेंगलुरु: कर्नाटक की सत्ता पर काबिज कांग्रेस पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर के 'भाजपा वापसी' को लेकर बेहद तीखा हमला करते हुए उनपर धोखा देने का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि भाजपा नेता शेट्टर ने कांग्रेस के सााथ धोखे की राजनीति की है।
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार दोनों नेताओं ने कहा कि पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद पार्टी ने जगदीश शेट्टर के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार किया, जबकि भाजपा ने तो उन्हें चुनावी टिकट देने से इनकार कर दिया था।
कांग्रेस नेताओं द्वारा शेट्टर पर यह जुबानी हमला इसलिए किया गया क्योंकि उन्होंने बीते गुरुवार को सत्ताधारी कांग्रेस से किनारा करते हुए पुरानी पार्टी भाजपा में फिर से शामिल हो गए। जगदीश शेट्टर ने भाजपा में दोबारा जाने के अपने फैसले को सही बताते हुए कहा कि भाजपा के साथ उनके राजनीतिक जीवन का लंबा जुड़ाव रहा है। उनके कई शुभचिंतक चाहते हैं कि वो भाजपा में वापस आ जाएं।"
इस संबंध में डीके शिवकुमार ने कहा, "जगदीश शेट्टर ने मुझे बताया था कि उनसे बीजेपी द्वारा पार्टी में शामिल होने का अनुरोध किया जा रहा था और कार्यकर्ताओं को उनसे मिलने के लिए भेजा जा रहा था। कल सुबह भी मैंने उनसे बात की थी। उन्होंने मुझसे कहा था कि वह ऐसा कुछ नहीं करेंगे और कहीं नहीं जाएंगे। उनकी बातों को ध्यान में रखते हुए मैंने इसके बारे में मैसूरु से बात की थी, लेकिन अब मुझे जानकारी मिली है कि वह भाजपा कैंप में खड़े हैं।''
बेंगलुरु में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने शेट्टर को वरिष्ठ नेता मानते हुए उनके साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार किया। उन्होंने कहा, "उन्होंने कहा था कि बीजेपी अच्छी नहीं है, उन्होंने बीजेपी के खिलाफ कई बयान दिए थे। कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता उनपर भरोसा किया था, लेकिन खुद मीडिया में दिखाया जा रहा है कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी के भरोसे को धोखा दिया है।"
शेट्टार के इस बयान पर कि वह राष्ट्रीय हित में भाजपा में फिर से शामिल हो गए हैं, शिवकुमार ने पूछा, "क्या उन्हें राष्ट्रीय हित के बारे में पता नहीं था, जब उन्हें भाजपा ने टिकट नहीं दिया था? क्या उन्हें कांग्रेस और राष्ट्रीय हित के बारे में पता नहीं था, जब कांग्रेस ने उन्हें पांच साल के लिए एमएलसी बनाया? जगदीश शेट्टर को बताना होगा कि भाजपा की ओर से उन्हें क्या प्रलोभन दिया गया था। मैं केवल इतना कह सकता हूं कि कांग्रेस ने उनके साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार किया। हम सभी के पास विवेक है, वह भी ऐसा ही विवेक रखते होंगे।"
डीके शिवकुमार के साथ मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि उन्हें जगदीश शेट्टर के घटनाक्रम की जानकारी नहीं है, लेकिन मुख्यमंत्री ने बार-बार कहा कि कांग्रेस ने जगदीश शेट्टर के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार किया और उन्होंने आश्वासन दिया था कि वह भाजपा में वापस नहीं जाएंगे।
सीएम सिद्धारमैया ने कहा, "जगदीश शेट्टार यह कहते हुए कांग्रेस में आए कि भाजपा ने उन्हें अपमानित किया और टिकट नहीं दिया। हमने उन्हें टिकट दिया क्योंकि वह पूर्व मुख्यमंत्री हैं। वह अपने ही निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव हार गए थे फिर हमने उन्हें एमएलसी बनाया। 'कांग्रेस पार्टी की ओर से उनके साथ कोई अन्याय या अपमान नहीं हुआ। हमने उनके साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार किया था।''
मालूम हो कि भाजपा के छह बार के विधायक रहे, 68 साल ते जगदीश शेट्टर को भाजपा ने पिछले चुनाव में हुबली-धारवाड़ (मध्य) क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए टिकट देने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद उन्होंने भाजपा से अलग होने का फैसला किया। शेट्टर, जिनका परिवार जनसंघ के दिनों से पार्टी से जुड़ा हुआ है। अपने गढ़ किट्टूर कर्नाटक क्षेत्र से एक प्रभावशाली नेता हैं। वह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
शेट्टर ने गुजरा विधानसबा चुनाव भाजपा द्वारा टिकट नहीं दिए जाने के बाद कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था। हालांकि वो भाजपा के महेश तेंगिनाकाई से हुबली-धारवाड़ (मध्य) सीट 34,289 मतों के अंतर से हार गए थे।