कर्नाटक: भगवा छात्रों के गुट का सामना करने वाली हिजाब पहनी छात्रा ने कहा- वे हमारी पढ़ाई बर्बाद कर रहे, हिंदू दोस्तों ने मेरा समर्थन किया
By विशाल कुमार | Published: February 9, 2022 11:05 AM2022-02-09T11:05:46+5:302022-02-09T11:09:20+5:30
मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में हिजाब पहनी कॉमर्स की दूसरे वर्ष की छात्रा मुस्कान स्कूटी से जैसे ही कॉलेज में दाखिल होती हैं, भगवा शॉल ओढ़े छात्र उसका विरोध करते हुए 'जय श्री राम' के नारे लगाने लगते हैं जिसके जवाब में मुस्कान 'अल्लाहू अकबर' का नारा लगाती हैं।
बेंगलुरु:कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद के दौरान एक कॉलेज में भगवा शॉल पहने छात्रों के एक बड़े समूह का सामना करने वाली हिजाब पहनी छात्रा ने कहा है कि उसे अकेले उनका सामना करने की चिंता नहीं थी और वह हिजाब पहनने के अपने अधिकार के लिए लड़ती रहेगी।
मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में हिजाब पहनी कॉमर्स की दूसरे वर्ष की छात्रा मुस्कान स्कूटी से जैसे ही कॉलेज में दाखिल होती हैं, भगवा शॉल ओढ़े छात्र उसका विरोध करते हुए 'जय श्री राम' के नारे लगाने लगते हैं जिसके जवाब में मुस्कान 'अल्लाहू अकबर' का नारा लगाती हैं। मुस्कान के पीछे छात्रों के पूरे गुट को पड़े देखकर कॉलेज प्रशासन तत्काल उनको अंदर ले जाता है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, मैं चिंतित नहीं हूं। जब मैं कॉलेज में प्रवेश कर रही थी तब वे मुझे आगे नहीं बढ़ने दे रहे थे क्योंकि मैंने बुर्का पहना था।
उन्होंने 'जय श्री राम' के नारे लगाने शुरू कर दिए. इसके बाद मैं 'अल्लाहू अकबर' चिल्लाने लगी। प्रिंसिपल और लेक्चररों ने मेरा समर्थन किया और मेरी सुरक्षा की।
उसने कहा कि जब वह कॉलेज में छात्रों के रूप में समूह के लगभग 10 फीसदी लड़कों को जानती थी, जबकि बाकी लोग बाहरी लग रहे थे। हमारी प्राथमिकता हमारी शिक्षा है। वे हमारी शिक्षा को बर्बाद कर रहे हैं। यह पिछले हफ्ते ही शुरू हुआ है। हम हर समय बुर्का और हिजाब पहनते थे। मैं क्लास में हिजाब पहनती थी और बुर्का उतारती थी।
हिजाब हमारा एक हिस्सा है। प्रिंसिपल ने कभी कुछ नहीं कहा। बाहरी लोगों ने इसकी शुरुआत कर दी है। प्रिंसिपल ने हमें बुर्का नहीं ले जाने की सलाह दी है। हम हिजाब के लिए विरोध जारी रखेंगे। यह एक मुस्लिम लड़की होने का एक हिस्सा है। मुस्कान ने कहा है कि उनके हिंदू दोस्तों ने उनका समर्थन किया है। मैं सुरक्षित महसूस कर रहा हूं। सुबह से हर कोई हमसे कह रहा है कि वे हमारे साथ हैं।
हिजाब का विरोध पिछले महीने उडुपी जिले के सरकारी गर्ल्स पीयू कॉलेज में शुरू हुआ, जब छह छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें हेडस्कार्फ पहनने पर जोर देने के लिए कक्षाओं से रोक दिया गया था। उडुपी और चिक्कमगलुरु में दक्षिणपंथी समूहों ने मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनने पर आपत्ति जताई है।
राज्य भर में यह विवादास्पद मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा है। मुस्लिम लड़कियों का एक वर्ग कॉलेज में हिजाब पहनने पर अड़ा हुआ है, जबकि राज्य सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों के लिए वर्दी को अनिवार्य बनाने का निर्देश दिया है।
राज्य में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, जहां मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनकर महाविद्यालयों में कक्षाओं में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है, जबकि हिजाब के जवाब में हिंदू छात्र भगवा शॉल लेकर शैक्षणिक संस्थान आ रहे हैं।
कर्नाटक हाईकोर्ट सरकारी कॉलेज, उडुपी की एक मुस्लिम छात्रा द्वारा कॉलेज में हिजाब पहनने की अनुमति मांगने वाली एक रिट याचिका पर सुनवाई कर रहा है।
मामले की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने कहा कि भावनाओं को किनारे रखें। तथ्यों और संविधान के हिसाब से चलना है। अटॉर्नी जनरल को भी भावनाओं को किनारे रखना चाहिए।