कर्नाटक: एचडी कुमारस्वामी ने भाजपा-जेडीएस गठबंधन पर कहा, "हमारा मकसद लोकसभा की सभी 28 सीटें जीतना है"
By अनुभा जैन | Published: September 24, 2023 12:22 PM2023-09-24T12:22:40+5:302023-09-24T12:28:41+5:30
कर्नाटक में भाजपा-जेडीएस के बीच लोकसभा चुनाव को लेकर हुए चुनावी गठबंधन के बाद जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि उन्हें राज्य की सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार को हराना है।
बेंगलुरु:कर्नाटक में भाजपा-जेडीएस के बीच लोकसभा चुनाव को लेकर हुए चुनावी गठबंधन के बाद जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि उन्हें राज्य की सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार को हराना है और भाजपा से साथ मिलकर उनका लक्ष्य लोकसभा की सभी 28 सीटें जीतना है। भाजपा-जेडीएस के चुनावी गठबंधन के बाद दक्षिण कर्नाटक में, जहां जेडीएस का प्रभाव अच्छा है, वहां अब भाजपा का पलड़ा मजबूत माना जाता है।
भगवा पार्टी का मानना है कि भाजपा और जेडीएस के गठबंधन से 2024 के लोकसभा चुनावों में कर्नाटक में भाजपा का मजबूत गढ़ और अच्छा प्रभुत्व बनाएगा।
मीडिया से खास बातचीत में कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ने कहा, "हम कर्नाटक के लोगों के हित में और कर्नाटक की सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस के खिलाफ एनडीए में शामिल हुए हैं, जो पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त है और किसानों के खिलाफ काम कर रही है।" एचडीके ने पार्टी के एजेंडे पर जोर देते हुए कहा कि एजेंडा कांग्रेस के खिलाफ एकजुट होकर चुनाव लड़ना और राज्य की सभी 28 सीटें जीतना है। सीट शेयरिंग कोई बड़ा मुद्दा नहीं है और हमें कितनी सीटें मिलेंगी ये भी महत्वपूर्ण नहीं है।
उन्होंने कहा, "जब लोकमत प्रतिनिधि अनुभा जैन ने इस गठबंधन से जुड़े मुख्य उद्देश्य के बारे में पूछा तो एचडीके ने कहा, “हम कर्नाटक को कांग्रेस के भ्रष्ट हाथों से बचाना चाहते हैं। यह गठबंधन सिर्फ राज्य की जनता के लिए है। हम कर्नाटक में भाजपा के साथ संयुक्त विपक्ष के रूप में काम करेंगे। हम कावेरी और अपर कृष्णा परियोजना जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर एकजुट होकर समाधान निकालने के लिए काम करेंगे। कांग्रेस का अधिक डिप्टी सीएम नियुक्त करने जैसा निर्णय अस्थिर सरकार का स्पष्ट संकेत है।”
लेकिन जेडीएस के इस कदम से उसके मुस्लिम पदाधिकारियों में नाराजगी फैल गई। हालांकि जेडीएस को हमेशा अल्पसंख्यकों का समर्थन मिलता रहा है। मुस्लिम नेताओं द्वारा पार्टी का साथ छोड़ने के बारे में एचडीके ने आक्रामक अंदाज में जवाब दिया, ’’मैं इन मुस्लिम नेताओं से पूछता हूं कि वे सिर्फ गठबंधन करने को पार्टी छोड़ने का कारण बना रहे हैं।
एचडी देवेगौड़ा ने उस समुदाय को 4 प्रतिशत दिया जिसका ये नेता प्रतिनिधित्व करते हैं। जब भी समय की मांग और जरूरत पड़ी या कांग्रेस शांत रही, जद (एस) पार्टी और मैंने उन्हें समर्थन दिया। मैं पूछता हूं अगर हम आगे नहीं बढ़ेंगे तो हम उनके हितों की रक्षा कैसे करेंगे?
इस बारे में अटकलों को दरकिनार करते हुए कि क्या वह विपक्ष के नेता बन रहे हैं, एचडीके ने कहा, “भाजपा-जद (एस) का मकसद सत्तारूढ़ सरकार के खिलाफ मिलकर काम करना है। भाजपा आलाकमान के पास विपक्ष के नेता के रूप में नियुक्त करने के लिए कई योग्य नेता हैं।"