कर्नाटक: सिविल सेवा परीक्षा में छात्राओं से कहा गया मंगलसूत्र उतारने को, मचा बवाल
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 6, 2023 09:49 AM2023-11-06T09:49:06+5:302023-11-06T10:01:06+5:30
कर्नाटक लोक सेवा आयोग की परीक्षा में शामिल होने वाली छात्राओं को परीक्षा हॉल में प्रवेश करने से पहले अपना 'मंगलसूत्र' उतारने के लिए कहा गया।
बेंगलुरु: कर्नाटक लोक सेवा आयोग की परीक्षा में शामिल होने वाली छात्राओं को परीक्षा हॉल में प्रवेश करने से पहले अपना 'मंगलसूत्र' उतारने के लिए कहा गया।
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के अनुसार आयोग की ओर से विवाहित महिला प्रतियोगियों से मंगलसूत्र के अलावा गले में पहनी जाने वाली चेन, कान की बालियां, और पैर की अंगूठियां सहित शरीर पर मौजूद अन्य गहनों को भी उतारने के लिए भी कहा गया।
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक बसनगौड़ा यतनाल ने पूछा कि क्या यह कदम "केवल हिंदुओं के लिए" है।
इस मामले में सबसे अहम और विवादित बात यह कही जा रही है कि कुछ विवाहित छात्राओं ने आरोप लगाया है कि परीक्षा कक्ष में उनसे तो मंगलसूत्र उतारने के लिए कहा गया था, लेकिन उनके साथ हिजाब पहनने वाली महिलाओं की अधिकारियों ने कथिततौर पर कोई खास जांच नहीं की और उन्हें अंदर परीक्षा कक्ष में जाने की अनुमति दे दी।
इस घटना के संबंध में एक छात्रा ने कहा, "हिंदू संस्कृति में मंगलसूत्र को हटाने की कोई आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन बावजूद मैंने परीक्षा कक्ष में जाने से पहले अपना मंगलसूत्र और पैर की अंगूठी उतार दी और उसके बाद ही अंदर गई। उन्हें उसी तरह से हिजाब पहन कर आने वाली महिलाओं की भी जांच करनी चाहिए थी और हमारी तरह जांच के बाद ही उन्हें अंदर जाने देना चाहिए था।''
जानकारी के मुताबिक आयोग की परीक्षा में इस तरह की सख्त हाल के घटनाक्रमों को देखते हुई है, जिसमें केईए परीक्षा में कुछ छात्रों को नकल करते हुए पकड़े जाने के कुछ दिनों बाद आया है। केईए विभिन्न बोर्डों और निगमों में पदों को भरने के लिए उम्मीदवारों की भर्ती करती है। उस परीक्षा में छात्रों के पास से ब्लूटूथ डिवाइस पकड़ा गया था।