कर्नाटक: कुमारस्वामी के कार्यकाल में नेताओं-अफसरों के फोन टैप होने का आरोप, CM येदियुरप्पा ने मांगी रिपोर्ट
By स्वाति सिंह | Updated: August 17, 2019 11:38 IST2019-08-17T11:35:18+5:302019-08-17T11:38:39+5:30
मामले की शुरूआत बेंगलुरु के पुलिस कमिशनर पद के लिए प्रदेश के पुलिस अफसरों के बीच आपसी झगड़े को लेकर हुई। इस बीच एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ जिसे लेकर कांग्रेस के कई नेताओं ने इस मामले में जांच की मांग की है।

शिवकुमार के अलावा कांग्रेस के किसी अन्य वरिष्ठ नेता ने आरोप अभी तक खारिज नहीं किये हैं।
कर्नाटक में नई सारकार आने के बाद भी वहां सियासी हलचल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। दरअसल, बीजेपी के नेता एस प्रकाश ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की सरकार पर फोन टैपिंग का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि हमारी पार्टी के कई नेता भी इस मामले की जांच की मांग कर रहे हैं और उम्मीद है कि जांच जरूर की। इसके बाद सीएम येदियुरप्पा ने मामले की रिपोर्ट चीफ सेक्रेटरी मांगी है।
हालांकि, कुमारस्वामी ने लगाए गए सभी आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने ट्वीट किया 'मैंने पहले कहा था कि मुख्यमंत्री का पद स्थायी नहीं होता। मुझे सत्ता में रहने के लिए फोन टैप कराने की जरूरत नहीं थी। मेरे खिलाफ लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं।'
मामले की शुरूआत बेंगलुरु के पुलिस कमिशनर पद के लिए प्रदेश के पुलिस अफसरों के बीच आपसी झगड़े को लेकर हुई। इस बीच एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ जिसे लेकर कांग्रेस के कई नेताओं ने मामले में जांच की मांग की है।
इन नेताओं में कांग्रेस के विधायक दल के नेता सिद्धरमैया, एम मल्लिकार्जुन खड़गे और गठबंधन सरकार में गृहमंत्री रहे एम बी पाटिल शामिल हैं। शिवकुमार के अलावा कांग्रेस के किसी अन्य वरिष्ठ नेता ने आरोप अभी तक खारिज नहीं किये हैं।
अयोग्य करार दिए जा चुके हंसूर से जनता दल एस के विधायक ए एच विश्वनाथ ने बुधवार को पिछली सरकार पर आरोप लगाया कि उसने उनके समेत 300 से अधिक नेताओं के फोन टैप कराए थे । विश्वनाथ जनता दल एस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं लेकिन बाद में वह बागी हो गए थे। केंद्रीय मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा ने बुधवार को कथित फोन टैपिंग मामले की व्यापक जांच की मांग की।