कर्नाटक कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से नरेंद्र मोदी को 'अंगूठाछाप' बताने पर विवाद, शिवकुमार ने नौसिखिए की गलती बताकर खेद जताया
By विशाल कुमार | Updated: October 19, 2021 12:18 IST2021-10-19T12:14:48+5:302021-10-19T12:18:36+5:30
कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने ट्वीट कर कहा कि मेरा हमेशा से मानना है कि राजनीतिक चर्चा में नागरिक और संसदीय भाषा होना जरूरी है. कर्नाटक कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल के जरिए एक नौसिखिए सोशल मीडिया मैनेजर की ओर से किया गया असभ्य ट्वीट खेदजनक है और उसे हटा लिया गया है.

कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार. (फाइल फोटो)
बेंगलुरु:कर्नाटक में विधानसभा उपचुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी के ट्विटर हैंडल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अंगूठाछाप कहे जाने पर विवाद खड़ा हो गया है जिसके बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने ट्वीट कर खेद जताया.
कर्नाटक कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कन्नड़ भाषा में किए गए ट्वीट में लिखा गया कि कांग्रेस ने स्कूल बनवाए. मोदी ने पढ़ाई नहीं की. वयस्कों की शिक्षा के लिए योजना लेकर आए, तब भी उन्होंने पढ़ाई नहीं की. भीख मांगने पर रोक है, लेकिन भीख मांगकर आसान जीवन जाने वाले लोगों को भिखारी बना रहे हैं. देश 'अंगूठा छाप मोदी' की वजह से भुगत रहा है.
इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कर्नाटक भाजपा की प्रवक्ता मालविका अविनाश ने कहा कि इतना नीचे सिर्फ कांग्रेस ही गिर सकती है.'
वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने सोशल मीडिया टीम को इस ट्वीट को हटाने का आदेश दिया है. इसके साथ ही उन्होंने इस ट्वीट को करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने की बात भी कही है. उन्होंने कहा कि इस तरह की भाषा बर्दाश्त नहीं की जा सकती.
शिवकुमार ने ट्वीट कर कहा कि मेरा हमेशा से मानना है कि राजनीतिक चर्चा में नागरिक और संसदीय भाषा होना जरूरी है. कर्नाटक कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल के जरिए एक नौसिखिए सोशल मीडिया मैनेजर की ओर से किया गया असभ्य ट्वीट खेदजनक है और उसे हटा लिया गया है.
I have always believed that civil and parliamentary language is a non-negotiable pre-requisite for political discourse. An uncivil tweet made by a novice social media manager through the Karnataka Congress official Twitter handle is regretted and stands withdrawn.
— DK Shivakumar (@DKShivakumar) October 18, 2021
बता दें कि, कर्नाटक के सिंदगी और हंगल विधानसभा क्षेत्रों में 30 अक्टूबर को उपचुनाव होंगे और वोटों की गिनती 2 नवंबर को होगी. जदएस नेता मुख्यमंत्री मनगुल और भाजपा के मुख्यमंत्री उदासी के निधन के बाद ये सीटें खाली हो गई थीं.