कर्नाटक: मुख्यमंत्री के चयन के लिए कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज शाम बेंगलुरु में
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 14, 2023 11:03 AM2023-05-14T11:03:38+5:302023-05-14T11:06:03+5:30
कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक में अलगे मुख्यमंत्री के चयन के लिए रविवार शाम 5 बजे विधायक दल की बैठक राजधानी बेंगलुरु में बुलाई है।
बेंगलुरु: कर्नाटक में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने और भारी बहुमत के साथ एकतरफा जीत दर्ज करने वाली कांग्रेस पार्टी सूबे के अलगे मुख्यमंत्री के चयन के लिए रविवार शाम 5 बजे विधायक दल की बैठक करेगी। इस संबंध में जानकारी देते हुए कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने पार्टी विधायकों की बैठक में नये मुख्यमंत्री का चुनाव आपसी फैसले के आधार पर लिया जाएगा।
इस संबंध में पार्टी सूत्रों ने बताया कि सभी नवनिर्वाचित विधायकों को उनके निर्वाचन क्षेत्र से बेंगलुरु लाने के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं और बैठक में मुख्यमंत्री के चयन के लिए पार्टी पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए गए हैं, जो शाम तक बेंगलुरु पहुंच जाएंगे।
इससे पहले शनिवार को प्रदेश विधानसभा के संपन्न हुए मतगणना में भारी बहुमत हासिल किया और भारतीय जनता पार्टी को उसके एकमात्र दक्षिणी गढ़ से बेदखल कर दिया।
कांग्रेस ने 10 साल बाद कर्नाटक में अपने दम पर सत्ता में वापसी की है। निर्वाचन आयोग द्वारा जारी परिणामों के मुताबिक 224 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस ने 136 सीटों पर जीत हासिल की है। 1989 के विधानसभा चुनाव के बाद यह कांग्रेस की सबसे बड़ी जीत है। भाजपा ने 65 सीटों पर जीत दर्ज की है। जनता दल (सेक्युलर) के खाते में 19 सीटें आईं। जबकि एक-एक सीट पर कल्याणा राज्य प्रगति पक्ष तथा सर्वोदय कर्नाटक पक्ष के, जबकि दो सीट पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है।
पिछले साल दिसंबर में हिमाचल प्रदेश के बाद भाजपा की यह दूसरी हार है। राज्य में 10 मई को मतदान हुआ था। अधिकांश एग्जिट पोल में त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणी की गई थी। नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने हार स्वीकार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और पार्टी कार्यकर्ताओं सहित सभी के काफी प्रयासों के बावजूद भाजपा इस चुनाव में अपनी छाप नहीं छोड़ सकी।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने 1989 के विधानसभा चुनाव में 178 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जिसके बाद लिंगायत नेता वीरेंद्र पाटिल को मुख्यमंत्री बनाया गया था। हालांकि अगले चुनाव में कांग्रेस 34 सीटों पर सिमट गई थी। इसके बाद 1999 के चुनाव में कांग्रेस ने 132 सीटें और 2013 के चुनाव में 122 सीटें जीती थी।