बेंगलुरु: कर्नाटक चुनाव में मतदान अपने अंतिम समय की ओर बढ़ रहा है। इस बीच राज्य निर्वाचन की ओर जारी की गई सूचना के अनुसार बुधवार को हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए मतदान में कम से कम तीन जगहों से हिंसक घटनाओं की सूचना मिली है। बताया जा रहा है कि विजयपुरा जिले के बसवाना बागेवाड़ी तालुक के मसाबिनल गांव में नाराज ग्रामीणों ने कुछ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन, वीवीपैट (वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) मशीनों को नष्ट कर दिया।
इसके साथ ही हिंसक भीड़ ने मतदान अधिकारियों के वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। आक्रोशित ग्रामीण आरोप लगा रहे थे कि चुनाव अधिकारी कथिततौर से ईवीएम और वीवीपैट को बदल रहे थे लेकिन पुलिस ने ऐसे किसी घटना से इनकार किया है।
वहीं बेंगलुरु के पद्मनाभनगर विधानसभा क्षेत्र के पपैया गार्डन स्थित एक मतदान केंद्र पर लाठी डंडों से लैस कुछ युवकों ने विरोधी राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर हमला कर दिया। सूत्रों के अनुसार दोनों पक्ष एक-दूसरे को आमने-सामने देखते ही उग्र हो गये और फिर हिंसा होने लगी। इस घटना में मतदान के लिए कतार में खड़ी कुछ महिलाओं को भी चोटें आई है। इसके अलावा बेल्लारी जिले के संजीवरायणकोट में कांग्रेस और भाजपा के कुछ कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए।
कर्नाटक चुनाव के मौजूदा स्थिति के बारे में बात करें तो दोपहर 3 बजे तक 52 फीसदी वोटिंग हो चुकी थी। राज्य की कुल 224 सीटों के लिए 5,31,33,054 मतदाता 58,545 मत केंद्रों पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं। इनमें 2,67,28,053 पुरुष मतदाता और 2,64,00,074 महिला मतदाता हैं।
चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार विधानसबा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और निर्भिक बनाने के लिए मतकेंद्रों पर 304 पुलिस उपाधीक्षक, 991 पुलिस निरीक्षक, 2,610 पुलिस उपनिरीक्षक, 5,803 सहायक उपनिरीक्षक, 46,421 प्रधान आरक्षक/पुलिस आरक्षक औऱ 27,990 गृह रक्षक की तैनाती की गई है। इसके अलावा पड़ोसी राज्यों आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल और गोवा से 2,716 पुलिसकर्मी और 5784 होमगार्ड कर्मियों को भी मतदान की सुरक्षा में लगाया गया है।