बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम पार्टियाँ जनता को लुभाने में जुटी हुई है। इस बीच मंगलवार को कांग्रेस ने प्रदेश की जनता के लिए अपना घोषणा पत्र जारी किया।
इस घोषणा पत्र के सामने आते ही इस पर राजनीति तेज हो गई। बीजेपी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र पर निशाना साधते हुए इस पर आपत्ति जताई है। इस बीज दक्षिण बेंगलुरु के बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने कांग्रे के घोषणा पत्र में कई वादों को पूरा करने के दावों को चुनौती दी है।
तेजस्वी सूर्या ने कहा, "मैं बजरंगी हूँ, मैं कन्नडिगा हूँ और ये हनुमान की भूमि है। मैं कांग्रेस को चुनौती देता हूं कि वह मुझ पर प्रतिबंध लगाए।"
कांग्रेस के घोषणा पत्र से एक ओर जहां कर्नाटक राजनीति में हलचल तेज हो गई है वह प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
प्रधानमंत्री ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी अब हनुमान की पूजा करने वालों को बंद करने की कोशिश कर रही है जैसा कि उन्होंने पहले भगवान राम को बंद कर दिया था।
बता दें कि कांग्रेस की ओर से जारी किए गए संकल्प पत्र में कहा गया है कि नफरती संगठनों पर कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस ने घोषणा पत्र में प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की तुलना संघ से जुड़े विश्व हिंदू परिषद की युवा शाखा बजरंग दल से करते हुए कहा कि वह ऐसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाएगी जो दुश्मनी और नफरत को बढ़ावा देते हैं।
कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है, "हम मानते हैं कि कानून और संविधान पवित्र हैं और बजरंग दल, पीएफआई जैसे व्यक्तियों और संगठनों द्वारा या बहुसंख्यक या अल्पसंख्यक समुदायों के बीच दुश्मनी या नफरत को बढ़ावा देने वाले अन्य लोगों द्वारा इसका उल्लंघन नहीं किया जा सकता है।"