बेंगलुरु: जनता दल (एस) विधायक दल के नेता और पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा के बेटे एचडी कुमारस्वामी ने बुधवार को कहा कि इस बार के कर्नाटक चुनाव में पार्टी उन 25 विधानसभा क्षेत्रों में खतरे की स्थिति में हैं, जहां पार्टी को जीत की बड़ी उम्मीद थी।
पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने दावा किया कि वित्तीय बाधाओं के बावजूद चुनाव परिणाम आने पर उनकी पार्टी के विधायकों की संख्या कांग्रेस और भाजपा से ज्यादा होगी। इस कारण से इस बार वो किंगमेकर न होकर 'किंग' की भूमिका में होंगे और राज्य की कमान भी संभाल सकते हैं।
वहीं किंग की भूमिका के दावे के उलट कुमारस्वामी ने उसी पत्रकार वार्ता में यह भी कहा, "मुझे इस बात का दुख है कि मैं अपने कई उम्मीदवारों का आर्थिक रूप से समर्थन करने में सक्षम नहीं हूं। मेरी उम्मीद थी कि जनता से मुझे धन के मामले में सहयोग मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हो सका। कई निर्वाचन क्षेत्रों में डैसे चिक्काबल्लापुरा और डोड्डाबल्लापुरा की तरह पार्टी के उम्मीदवार ऐसे हैं, जो बहुत अच्छे थे, लेकिन मैं अंतिम चरण में अपने उम्मीदवारों को आर्थिक रूप से समर्थन देने में विफल रहा हूं।"
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि लगभग 20-25 निर्वाचन क्षेत्र ऐसे हैं, जहां धन की कमी के कारण पार्टी को झटका लग सकता है। उन्होंने कहा, "कुछ निर्वाचन क्षेत्रों ने पार्टी फंड से अच्छी रकम ली है और कुछ जीतने योग्य सीटों पर मैं पर्याप्त फंड नहीं दे पाया हूं और इसका मुझे नुकसान हो सकता है। मैं उम्मीद के मुताबिक अपने प्रत्याशियों का समर्थन नहीं कर पाया क्योंकि उम्मीद के मुताबिक मुझे फंड नहीं मिला।”
कुमारस्वामी ने आगे कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं से उम्मीदवारों के बारे में गलत मंशा से न सोचने की अपील करके हुए कहा, "मैंने अपने उम्मीदवारों को निराश किया है, यह मेरी गलती है। लगभग 50-60 सीटों पर जहां हमारे उम्मीदवार अच्छी लड़ाई दे रहे थे, लेकिन मैं उन्हें उम्मीद के मुताबिक फंड देने में सक्षम नहीं रहा।"
मालूम हो कि राज्य की कुल 224 सीटों के लिए 5,31,33,054 मतदाता 58,545 मत केंद्रों पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। जिनमें 2,67,28,053 पुरुष मतदाता और 2,64,00,074 महिला मतदाता शामिल थे।