बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के प्रचार कार्य के लिए निकले हुए प्रदेश कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार भारी विवाद में फंस गये हैं। डीके शिवकुमार पर आरोप लगा है कि उन्होंने बीते 28 मार्च को एक रोड शो के दौरान जमा हुई भीड़ पर पैसे फेंके थे।
इस संबंध में कर्नाटक पुलिस ने शिवकुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि डीके शिवकुमार ने मांड्या में एक रैली को संबोधित किया था और उसके बाद बस से रोड शो किया था। उस दौरान शिवकुमार ने लोगों को कांग्रेस के पक्ष में वोट देने की अपील की और भीड़ पर पैसे भी फेंके।
खबरों के अनुसार शिवकुमार द्वारा पैसे लुटाने के मामले को अपराध बताते हुए अब मांड्या ग्रामीण पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने शिवकुमार पर धारा 171ई (रिश्वतखोरी) और जनप्रतिनिधित्व कानून की सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बताया जा रहा है कि डीके शिवकुमार के यह पुलिस कार्रवाई चुनाव अधिकारी पी अशोक की शिकायत के आधार पर की जा रही है। चुनाव अधिकारी इस मामले को लेकर निचली अदालत में गये थे। जिसने पुलिस को आदेश दिया कि वो शिवकुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करे।
हालांकि, विवाद में केस दर्ज होने के बाद डीके शिवकुमार ने अपनी ओर से सफाई पेश करते हुए कहा है कि वह रोड शो में मौजूद लोगों पर नहीं बल्कि एक मूर्ति के लिए पैसे दिये क्योंकि लोग मूर्ति के लिए पैसे की मांग कर रहे थे। 28 मार्च को शिवकुमार का रोड शो श्रीरंगपटना जिले के मांड्या तालुक से गुजर रही थी।
घटना के संबंध में जो कथित वीडियो सामने आया है, उसमें दिखाई दे रहा है कि 28 मार्च को कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करते हुए डीके शिवकुमार एक बस में खड़े होकर सड़क पर जमा लोगों के बीच 500 रुपये के नोटों के बंडल फेंक रहे थे। श्रीरंगपटना की यह घटना आदर्श आचार संहिता लागू होने के एक दिन पहले हुई। इस कारण से पुलिस ने शिवकुमार के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है।
मालूम हो कि चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि कर्नाटक में आगामी 10 मई को मतदान होगा और चुनाव परिणाम 13 मई को घोषित किया जाएगा। शिवकुमार द्वारा चुनाव आचार संहिता के खिलाफ जाकर कथिततौर से पैसे लुटाने के मामले में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि इसके लिए शिवकुमार और कांग्रेस पार्टी की आलोचना की जानी चाहिए। शिवकुमार खुलेआम अपने पैसों की ताकत का इस्तेमाल कर रहे हैं।