सिद्धारमैया को देवगौड़ा ने सस्पेंड नहीं किया, अपनी हरकतों की वजह से बाहर हुएः कुमारास्वामी
By आदित्य द्विवेदी | Published: April 26, 2018 01:36 PM2018-04-26T13:36:59+5:302018-04-26T13:36:59+5:30
चामुंडेश्वरी सीट से जेडीएस प्रत्याशी जीटी देवगौड़ा ने भी सिद्धारमैया को चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि अगर सीएम को अपनी जीत का भरोसा होता तो वो दो सीटों से चुनाव क्यों लड़ते।
बेंगलुरु, 26 अप्रैलः जनता दल (सेकुलर) के मुखिया एचडी कुमारास्वामी ने कांग्रेस के सीएम उम्मीदवार सिद्धारमैया पर हमला बोला है। पहले जेडी (एस) में रहे सिद्धारमैया के बारे में सवाल पूछे जाने पर कुमारास्वामी ने कहा कि उन्हें देवगौड़ा ने पार्टी से सस्पेंड नहीं किया, बल्कि पार्टी विरोधी गतिविध में शामिल होने के चलते उन्हें सस्पेंड किया गया था। जेडीएस का नेता होते हुए भी वो कांग्रेस नेताओं के साथ मीटिंग किया करते थे। चामुंडेश्वरी सीट से जेडीएस प्रत्याशी जीटी देवगौड़ा ने भी सिद्धारमैया को चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि अगर सीएम को अपनी जीत का भरोसा होता तो वो दो सीटों से चुनाव क्यों लड़ते।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव सिर पर हैं। सभी राजनीतिक दलों ने प्रचार अभियान तेज कर दिया है। गुरुवार को चुनाव प्रचार के दौरान मीडिया से बात करते हुए जेडीएस मुखिया कुमारास्वामी ने कहा, 'बड़ा वोट शेयर हमारे पक्ष में आएगा। हमारे साथ ना सिर्फ दलित हैं बल्कि बुद्धिजीवियों का भी साथ मिल रहा है। कर्नाटक के लोगों ने बीजेपी और कांग्रेस के कारनामों को देख लिया। जनता में निराशा है और अबकी बार उसने जेडीएस को वोट देने का फैसला किया है।' कुमारास्वामी ने कहा कि सिद्धारमैया को देवगौड़ा ने संस्पेंड नहीं किया। वो पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होते थे। कांग्रेस के नेताओं के साथ मीटिंग करते थे। इस वजह से पार्टी से संस्पेंड किया गया।
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कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार सिद्धारमैया लंबे समय तक जेडीएस में रहे हैं। पार्टी से सस्पेंड किए जाने के बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वॉइन कर ली और 2012 में प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। इस बार सिद्धारमैया चामुंडेश्वरी और बादामी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। चामुंडेश्वरी सीट से जेडीएस प्रत्याशी जीटी देवगौड़ा ने कहा, 'मैं 100 प्रतिशत जीत दर्ज करूंगा। सिद्धारमैया को अपनी जीत का भरोसा नहीं है इसलिए वो बादामी से चुनाव लड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री रहते हुए सिद्धारमैया ने अपने विधानसभा को दरकिनार किया है। कांग्रेस भी फेल साबित हुई है। सभी कुमारास्वामी को मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं।'