मीडिया की प्रतिक्रिया: कर्नाटक में सत्ता का पेच फंसा, ड्रामा की हुई शुरुआत
By रामदीप मिश्रा | Published: May 16, 2018 10:27 AM2018-05-16T10:27:46+5:302018-05-16T11:03:27+5:30
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने मीडिया से कहा कि बीजेपी चाहे जो कर ले वो जेडीएस को नहीं तोड़ पाएगी।
नई दिल्ली, 16 मईः कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा बनने के बाद राज्य में सरकार बनाने की कवायदें तेज होने के बीच विधायकों के खरीद-फरोख्त की आशंका बढ़ गयी है। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने मीडिया से कहा कि बीजेपी चाहे जो कर ले वो जेडीएस को नहीं तोड़ पाएगी। वहीं, चुनाव परिणाम आने के बाद सरकार बनाने के फंसे पेच बीच बुधवार को देश के अखबारों की क्या सुर्खियां बनी, आइए जानते हैं सरसरी निगाह से...
भाजपा को रोकने के लिए साथ आए कांग्रेस-जदएसः अमर उजाला
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के मंगलवार को घोषित नतीजे में 104 पाकर भी भाजपा बहुमत के जादुई आंकड़े से महज आठ सीट दूर रह गई। त्रिशंकु विधानसभा के साथ ही सियासी नाटक भी शुरू हो गया। भाजपा को सरकार बनाने से रोकने के लिए दूसरे नंबर रही कांग्रेस (78) ने तीसरे नंबर की जदएस (38) को बिना शर्त समर्थन दे दिया।
अटका कर्नाटकः दैनिक भास्कर
चुनाव पूर्व अनुमानों के अनुसार कर्नाटक की जनता ने खंडित जनादेश दिया है। नतीजों में भाजपा सबसे बड़ा दल तो बनी, लेकिन बहुमत से आठ सीटें पीछे रह गई। दूसरे नंबर पर रही कांग्रेस ने तेजी से फैसला लेकर भाजपा की रणनीति से उसे अटका दिया। तीसरे नंबर पर रहकर किंगमेकर का सपना देख रही जेडीएस ने बिना शर्त समर्थन दे दिया। जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने तुरंत ऑफर स्वीकार कर लिया और सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया। भाजपा ने भी दावा पेश किया है।
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सरकार का फैसला राज्यपाल के हाथः दैनिक जागरण
कर्नाटक से होकर दक्षिणी राज्यों में सत्ता का विजयरथ दौड़ाने के लिए जोर लगा रही भाजपा ‘प्रवेश द्वार’ पर पहुंच गई है। कर्नाटक विधानसभा चुनावों के मंगलवार को घोषित नतीजों में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनी है, लेकिनवह बहुमत के लिए जरूरी 112 सीटें हासिल नहीं कर सकी। भाजपा को 104, कांग्रेस को 78, जदएस को 38 और अन्य को दो सीटें मिली हैं। इन नतीजों से पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की पार्टी जदएस की मुराद पूरी हुई।
कर्नाटक में सत्ता का पेच फंसा: हिन्दुस्तान
कर्नाटक में मंगलवार को चुनाव परिणाम की घोषणा के साथ नया सियासी दंगल शुरू हो गया है। दोपहर तक के रुझानों में बहुमत के करीब दिख रही भाजपा शाम होते-होते सरकार बनाने की दौड़ में पिछड़ती नजर आई। यह देख कांग्रेस ने तुरंत जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) को सरकार बनाने के लिए समर्थन दे दिया। सबसे बड़े दल के रूप में उभरी भाजपा भी पीछे नहीं रही और उसने भी राज्यपाल से मिलकर अपना दावा पेश कर दिया। सत्ता के इस पेच में अब सारी नजरें राज्यपाल वजुभाई वाला पर टिक गई है कि वह किसे मौका देते हैं।
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करनाटकीयः नवभारत टाइम्स
कर्नाटक में नाटकीय स्थिति बन गई है। बीजेपी 104 सीटें लेकर सबसे बड़ी पार्टी तो बनी लेकिन बहुमत से पीछे रह गई। 78 सीटें पाने वाली कांग्रेस ने हालात भांपकर तुरंत देवगौड़ा की पार्टी JDS को बिना शर्त समर्थन दे दिया। बीजेपी और कांग्रेस-JDS, दोनों ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। अब नजरें राज्यपाल पर हैं कि वह किसे सरकार बनाने को बुलाते हैं।
करनाटकाः ड्रामाज जस्ट बिगन टाइम्स ऑफ इंडिया ने लिखी ये हेडलाइन
कर्नाटक में तीन दलों के बीच मुख्य लड़ाई थी, जिसके लिए पूरे दिन हाई ड्रामा चला है। जहां चुनाव में तीन मुख्य दावेदारों कांग्रेस, बीजेपी और जेडी (एस) का भाग्य दांव पर लगा था। यह उस समय खत्म होता दिखा जब सोनिया गांधी बीजेपी ने बीजेपी को बाहर रखने के लिए पूर्व प्रधान मंत्री एचडी देवेगौड़ा के साथ सरकार बनाने के लिए सहमति जता दी, लेकिन खेल यहीं खत्म नहीं हो सकता क्योंकि बीजेपी ने भी दावा किया है।