कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान- 10 मई को डाले जाएंगे वोट, 13 तारीख को मतगणना
By विनीत कुमार | Published: March 29, 2023 12:08 PM2023-03-29T12:08:02+5:302023-03-29T12:30:29+5:30
कर्नाटक विधानसभा चुनाव-2023 के लिए तारीखों का ऐलान निर्वाचन आयोग ने आज कर दिया। कर्नाटक में एक चरण में मतदान होगा। 10 मई को वोटिंग होगी जबकि 13 मई को मतों की गिनती की जाएगी।
नई दिल्ली: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। कर्नाटक में इस बार एक चरण में मतदान 10 मई को होंगे जबकि वोटों की गिनती 13 मई को की जाएगी। निर्वाचन आयोग ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह ऐलान किया।
विधानसभा चुनाव के लिए अधिसूचना 13 अप्रैल को जारी होगी। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तिथि 20 अप्रैल रखी गई है और नामांकन 24 अप्रैल तक वापस लिए जा सकेंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि कर्नाटक में अभी 5.22 करोड़ वोटर हैं और नए मतदाताओं को भी जोड़ने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि 24 मई से पहले चुनाव और गिनती की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। साथ ही बताया गया कि 80 साल से ज्यादा के बुजुर्ग इस बार विधानसभा चुनाव में घर से वोट कर सकेंगे।
कर्नाटक: 24 मई को खत्म हो रहा है विधानसभा का कार्यकाल
दरअसल, कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 24 मई को समाप्त हो रहा है। चुनाव आयोग की ओर से बताया गया कि 2018-19 से इस बार वोटर की संख्या में 9.17 लाख का इजाफा हुआ है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि एक अप्रैल, 2023 को जो युवा 18 साल के हो रहे हैं, वे भी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वोट डाल सकेंगे।
पिछली बार 2018 के विधानसभा चुनाव में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। बीजेपी ने 104 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, कांग्रेस ने 80 और जनता दल (सेक्यूलर) ने 37 सीटें जीती थीं। इन दोनों पार्टियों ने मिलकर सरकार बना ली थी। हालांकि, बाद में 2019 में, कांग्रेस और जेडीएस से कई विधायकों के सामूहिक इस्तीफे के बाद भाजपा ने बागी विधायकों के समर्थन से सरकार बना ली थी।
ऐसे में कर्नाटक के लिए पिछले 5 साल सियासी तौर पर काफी उथल पुथल वाले रहे। यहां 5 साल में तीन बार राज्य में सीएम बदले गए। सबसे पहले जेडीएस के कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने 23 मई 2018 को सीएम पद की शपथ ली।
इसके बाद विधायकों के बागी होने के बाद भाजपा सत्ता में आई और बीएस येदियुरप्पा ने 26 जुलाई 2019 से 28 जुलाई 2021 तक मुख्यमंत्री का पद संभाला। फिर उन्हें कुर्सी छोड़नी पड़ी। येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद 28 जुलाई 2021 को भाजपा के बसवराज मुख्यमंत्री बने और फिलहाल पद पर कायम हैं।