केरल के 10वीं के छात्र ने गांव को बाढ़ से बचाने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मदद की लगाई गुहार, पत्र लिखकर कही ये बात
By प्रिया कुमारी | Published: July 27, 2020 11:01 AM2020-07-27T11:01:01+5:302020-07-27T11:10:49+5:30
केरल के एक गांव का 10वीं का छात्र ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक पत्र लिखकर मदद की मांग की है। मानसुन में बाढ़ के कारण गांव पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाता है इससे बचने के लिए छात्र ने रक्षा दीवार बनाने की मांग की है।
कोरोना वायरस की मार के साथ बाढ़ का प्रकोप को झेल रहे कोच्चि के तटीय इलाके चेल्लनम में रहने वाले 10वीं के छात्र एडगर सेबस्टियन ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक पत्र लिखकर अपने गांव और परिवार के लिए मदद की मांग की है। इस आपदा से बचाव के लिए 14 साल के एक छात्र ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर चीजों को ठीक करने और उपाय की मांग की है।
एएनआई के मुताबिक छात्र में पत्र में लिखा कि मेरा गांव चेल्लनम आपदाओं की चपेट में है, लेकिन हमारी मदद के लिए कोई नहीं है। मैं इस डर से यह पत्र लिख रहा हूं जब से मैने होश संभाला है मुझे याद है हर साल मेरे माता-पिता को बाढ़ के कारण घर छोड़कर जाना पड़ता है, इस साल भी हमने बाढ़ के कारण घर से जाने की पूरी तैयारी कर ली है लेकिन कोरोना के कारण हम कहीं नही जा पाए। सेबेस्टियन ने बताया कि कैसे वह अपने पिता और क्षेत्र के अन्य लोगों के साथ रक्षा दीवार की मांग के लिए भूख हड़ताल सहित कई विरोधों का हिस्सा रहा है। लेकिन किसी ने मदद नहीं की।
सेबेस्टियन पत्र में लिखा है कि समुद्र का पानी हमारे गांव में घुसने के कारण गांव के करीब 400 घर क्षतिगस्त हो चुके है। घरों में चीजों के साथ-साथ मेरे दोस्त और मैं भी खो चुके हैं, मुझे लगता है कि आपके पास सीमा की रक्षा करने की जिम्मेदारी है। आप मेरी आखिरी उम्मीद हैं। आपसे निवेदन करता हूं कि मेरे गांव और मेरे परिवार के लिए रक्षा दीवार बनवा दें। सेबेस्टियन को उसके पत्र का जवाब अभी तक नहीं मिला है, लेकिन उसे उम्मीद है कि राष्ट्रपति इसे नोटिस करेंगे और जवाब देंगे। देश के कई क्षेत्र में बारिश के कारण बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं।