पीएम मोदी की ‘सुपारी’ वाले बयान पर बोले कपिल सिब्बल- 'नाम बताइए, ये स्टेट सीक्रेट का तो मैटर नहीं...हम केस करेंगे'
By भाषा | Published: April 2, 2023 12:54 PM2023-04-02T12:54:31+5:302023-04-02T13:12:52+5:30
भोपाल में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर शनिवार को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद पीएम मोदी ने वहां जुटी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा था कि ‘‘हमारे देश में कुछ लोग हैं, जो 2014 के बाद से ही यह ठानकर बैठे हैं और उन्होंने सार्वजनिक रूप से बोला भी है। उन्होंने अपना संकल्प घोषित किया है कि हम मोदी की छवि को धूमिल करके रहेंगे। इसके लिए इन लोगों ने भांति-भांति के लोगों को सुपारी दे रखी है।’’
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘सुपारी’ वाली टिप्पणी के एक दिन बाद राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने रविवार को पलटवार किया है। ऐसे में कपिल सिब्बल ने पीएम मोदी से उन लोगों के नाम बताने के लिए कहा, जिन्होंने उनकी छवि बिगाड़ने के लिए सुपारी दे रखी है और कहा है कि ‘‘हमें उन पर मुकदमा चलाने दें।’’
पीएम मोदी ने भोपाल में क्या कहा था
भोपाल में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर शनिवार को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद मोदी ने वहां जुटी भीड़ को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि ‘‘हमारे देश में कुछ लोग हैं, जो 2014 के बाद से ही यह ठानकर बैठे हैं और उन्होंने सार्वजनिक रूप से बोला भी है। उन्होंने अपना संकल्प घोषित किया है कि हम मोदी की छवि को धूमिल करके रहेंगे।’’
Modi ji’s charge :
— Kapil Sibal (@KapilSibal) April 2, 2023
" They have given a contract to..people…some within the country and some..,outside the country to dig Modi’s grave”
Please let us know the names of these:
1) individuals
2) institutions or
3) countries
This cannot be a state secret. Let us prosecute them
इस पर प्रधानमंत्री ने आगे कहा था, ‘‘इसके लिए इन लोगों ने भांति-भांति के लोगों को सुपारी दे रखी है और खुद भी मोर्चा संभाले हुए हैं। इन लोगों का साथ देने के लिए कुछ लोग देश के भीतर हैं और कुछ देश के बाहर भी बैठकर अपना काम कर रहे हैं।’’
कपिल सिब्बल ने किया पलटवार
ऐसे में पीएम मोदी के इन टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए सिब्बल ने कहा, ‘‘मोदी जी का आरोप : ‘उन्होंने देश के भीतर और बाहर कुछ लोगों को मोदी की कब्र खोदने का ठेका दिया है।’ कृपया हमें इन लोगों, संस्थानों या देशों के नाम बताइए। यह कोई सरकारी रहस्य नहीं हो सकता। हमें उन पर मुकदमा चलाने दीजिए।’’