संसद गतिरोध पर कपिल सिब्बल ने दिया अहम फॉर्मूला, जानिए क्या हैं पूर्व कांग्रेस नेता के तीन सुझाव
By मनाली रस्तोगी | Published: July 21, 2022 02:56 PM2022-07-21T14:56:07+5:302022-07-21T14:57:36+5:30
कपिल सिब्बल एक भारतीय वकील और राजनीतिज्ञ हैं। सिब्बल ने भारत के सुप्रीम कोर्ट में कई हाई-प्रोफाइल मामलों का प्रतिनिधित्व किया है और उन्हें व्यापक रूप से भारत के प्रसिद्ध वकीलों में से एक माना जाता है।
नई दिल्ली: राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने गुरुवार को संसद के लिए प्रक्रिया के नियमों में बदलाव का सुझाव दिया, जिसमें दोनों सदनों में मुद्रास्फीति पर चर्चा करने और दैनिक उपयोग की कुछ वस्तुओं पर जीएसटी लगाने की विपक्ष की मांग को लेकर जारी गतिरोध के बीच बदलाव किया गया। एक सुझाव में कहा गया है कि सप्ताह का एक दिन किसी भी मामले के लिए आरक्षित किया जाना चाहिए, जिसपर विपक्ष संसद में चर्चा करना चाहता है।
सिब्बल ने कहा कि सरकार को इस आरक्षित दिन पर विपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दे को वीटो करने का अधिकार नहीं होना चाहिए। तीसरे सुझाव के अनुसार कोई भी विधानसभा पटल पर चर्चा के बिना पारित नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "सप्ताह में एक दिन विपक्ष द्वारा तय विषय पर चर्चा के लिए आरक्षित हो। सरकार को इस दिन वीटो करने का कोई अधिकार नहीं होना चाहिए।
Logjam in Parliament
— Kapil Sibal (@KapilSibal) July 21, 2022
For a start:
Alter rules of procedure:
1) One day of the week for any matter the opposition wishes to discuss
2) Government should have no right to veto on this
3) No legislation should be passed without discussion. On this opposition to cooperate
सिब्बल ने ट्वीट कर ये भी लिखा, "कोई भी कानून बिना चर्चा के पारित नहीं होना चाहिए। विपक्ष को इस पर चर्चा में सहयोग करना चाहिए।" बताते चलें कि मई में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद पूर्व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल पिछले महीने समाजवादी पार्टी के समर्थन से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में राज्यसभा के लिए चुने गए थे। दैनिक उपभोग की वस्तुओं पर महंगाई और जीएसटी को लेकर विपक्षी दलों के विरोध के बीच सिब्बल का यह सुझाव आया है।