'चमचा युग' में बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर के मिशन पर डटे रहना बहुत बड़ी बात है: मायावती
By भाषा | Published: March 15, 2022 11:10 AM2022-03-15T11:10:05+5:302022-03-15T11:13:01+5:30
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांशीराम की जयंती के मौके पर कहा कि जारी 'चमचा युग' में बाबा साहेब डॉक्टर आम्बेडकर मिशन पर अपने खून पसीने से अर्जित धन के बल पर डटे रहना मामूली बात नहीं है।
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को कहा कि मौजूदा 'चमचा युग' में बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर के मिशन पर डटे रहना बहुत बड़ी बात है, मगर बसपा अपने आंदोलन के दम पर इस मुहिम को आगे बढ़ा रही है। मायावती ने बसपा संस्थापक कांशीराम की जयंती पर यहां उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
उन्होंने बाद में जारी बयान में कहा कि देश के करोड़ों दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और अन्य उपेक्षित वर्गों को लाचारी की जिंदगी से निकाल कर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने के बसपा के संघर्ष के दृढ़ संकल्प के साथ लगातार डटे रहना ही कांशीराम को सच्ची श्रद्धांजलि है।
मायावती ने कहा, 'वास्तव में वर्तमान में जारी चमचा युग में बाबा साहेब डॉक्टर आम्बेडकर मिशन पर अपने खून पसीने से अर्जित धन के बल पर डटे रहना कोई मामूली बात नहीं, बल्कि यह बड़ी बात है जो बहुजन समाज के आंदोलन की ही देन है और इसके बल पर ही बसपा ने खासकर उत्तर प्रदेश में कई ऐतिहासिक सफलताएं भी अर्जित की हैं। आगे भी हमें हर हाल में अपने उसूलों के साथ संघर्ष में लगातार डटे रहना है।'
उन्होंने कहा कि कांशीराम ने आम्बेडकर के आत्म सम्मान और स्वाभिमान के मानवतावादी अभियान को जीवंत बनाने के लिए पूरी जिंदगी कड़ा संघर्ष किया एवं कई कुर्बानियां दीं। उन्होंने कहा कि इसके बल पर बसपा ने काफी सफलता अर्जित की और देश की राजनीति को नया आयाम दिया।