स्नातकोत्तर साइबर पाठ्यक्रम शुरू करेगा कानपुर आईआईटी
By भाषा | Published: December 15, 2020 07:32 PM2020-12-15T19:32:32+5:302020-12-15T19:32:32+5:30
कानपुर (उप्र) 15 दिसंबर देश में प्रशिक्षित और कुशल साइबर सुरक्षा कर्मियों की कमी को पूरा करने के इरादे से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर ने साइबर सुरक्षा को समर्पित तीन नये स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम शुरू करने का फैसला किया है।
मंगलवार को आईआईटी के एक बयान में कहा गया कि डिजिटल इंडिया की ओर बढ़ रहे देश में इन पाठ़यक्रमों के जरिये उच्च कुशल और प्रशिक्षित साइबर सुरक्षा कर्मियों की आवश्यकता पूरी होगी। इसी अनुरूप कार्ययोजना तैयार की गई है।
इसके तहत द डिपार्टमेंट आफ कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसई) अगस्त, 2021 से साइबर सुरक्षा के तीन नए प्रोग्राम- एमटेक, एमएस बाय रिसर्च और बीटी-एमटी डुअल डिग्री की शुरूआत होगी।
आईआईटी के निदेशक प्रोफेसर अभय करंदीकर ने कहा कि पाठ़यक्रम सीमित सीटों पर शुरू होगा और इसके लिए अप्रैल-मई 2021 से प्रवेश आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी।
उन्होंने बताया कि साइबर सुरक्षा में एमटेक कार्यक्रम आवश्यक कौशल वाले छात्रों को VAPT (वल्नरेबिलिटी असेसमेंट एंड पेनिट्रेशन टेस्टिंग) इंजीनियरों, सुरक्षा केंद्र विश्लेषकों, CERT (कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम) इंजीनियरों,
साइबर स्पेस टूल डेवलपर्स और अन्य भूमिकाओं में सफल होने के लिए प्रशिक्षित करेगा।
एमटेक पाठ़्यक्रम के लिए 25 सीटें हैं जिनमें 15 छात्रों को गेट स्कोर / उद्योग प्रायोजन के माध्यम से और 10 छात्रों को रक्षा और अन्य सामरिक सरकारी निकायों से प्रवेश दिया जाएगा। साइबर स्पेस प्रोग्राम में एमएस की 15 सीटें दी जाएंगी।
निदेशक ने कहा, ‘‘भविष्य के साइबर विशेषज्ञों के लिए इन स्नातकोत्तर कार्यक्रमों की शुरुआत की जा रही है जो न केवल राष्ट्रीय स्तर पर रक्षा कर सकते हैं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना सकते हैं।’’
उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों को नियुक्त करने की इच्छुक कंपनियों की बढ़ती मांग के चलते कुशल विशेषज्ञों की उपलब्धता न होने से यह प्रयास किया जा रहा है।
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