नई दिल्लीः कंझावला कांड पर गृह मंत्रालय ने बड़ा एक्शन लिया है। युवती को कार से घसीटने को लेकर केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने रिपोर्ट तलब की थी। गृह मंत्रालय (एमएचए) ने गुरुवार को तीन पीसीआर वैन और दो पुलिस पिकेट पर तैनात पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की सिफारिश की है।
ये पुलिस कर्मी उस समय ड्यूटी पर थे, जब यह वीभत्स घटना हुई, जिसमें महिला के शरीर को उसके स्कूटर से टकराने के बाद एक कार द्वारा कई किलोमीटर तक घसीटा गया। इसके अलावा एमएचए ने सिफारिश की है कि दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा इन पुलिस कर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करें।
जांच से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को सुझाव दिया है कि मामले में जांच में लापरवाही को देखते हुए पर्यवेक्षी अधिकारियों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए। मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द अदालत में चार्जशीट दायर करने और सभी आवश्यक कदम उठाने का सुझाव दिया ताकि उन्हें सजा मिल सके।
गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को पीसीआर वैन, जांच चौकी के पर्यवेक्षण अधिकारियों को अपना कर्तव्य निभाने में ‘असफल’ रहने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने को कहा है। कंझावला में महिला को कार से घसीटने के मामले में गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से आरोप पत्र जल्द से जल्द दायर करने को कहा है।