'कन्हैया कुमार को कांग्रेस अध्यक्ष बना दो,' राजद नेता शिवानंद तिवारी ने कसा तंज
By एस पी सिन्हा | Updated: October 1, 2021 19:30 IST2021-10-01T19:30:22+5:302021-10-01T19:30:22+5:30
राष्ट्रीय जनता दल के नेता शिवानंद तिवारी ने कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि एक समय वामपंथी कन्हैया कुमार में अपना भविष्य देख रहे थे. अब कांग्रेस उनमें अपना भविष्य देख रही है.

शिवानंद तिवारी का कांग्रेस पर तंज
पटना: कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होते ही बिहार में सियासत तेज हो गई है. इसके बाद राजद के नेता व पूर्व मंत्री शिवानन्द तिवारी ने तंज कसते हुए कांग्रेस को कन्हैया कुमार को अध्यक्ष बनाने की नसीहत दे डाली है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करते समय कन्हैया कुमार ने कहा कि कांग्रेस एक डूबती हुई जहाज है, जिसे बचाना है. अगर बड़ी जहाज नहीं बचेगी तो छोटी-छोटी कस्तियों का क्या होगा? इस प्रकार का बयान ही कांग्रेस की स्थिति को बयां कर देती है.
शिवानंद तिवारी ने कहा कि एक समय वामपंथी कन्हैया कुमार में अपना भविष्य देख रहे थे. अब कांग्रेस उनमें अपना भविष्य देख रही है. उन्होंने कहा कि कन्हैया कुमार को ही कांग्रेस अपना अध्यक्ष बना दें. पिछले दो साल से ऐसे भी वहां कोई स्थायी अध्यक्ष नहीं है.
उन्होंने कहा कि भाषण देने की कला में वाकई कन्हैया कुमार का कोई जोड़ नहीं है. लेकिन भाषण देने से ही स्थिति नहीं बदल सकती है. आज बात कुछ और ही है. आज कांग्रेस उनमें अपना भविष्य देख रही है.
'तेजस्वी यादव को कन्हैया से खतरा नहीं'
शिवानंद तिवारी ने कहा कि तेजस्वी यादव को कन्हैया से कोई भी खतरा नहीं है. 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान बेगूसराय में तेजस्वी के प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे और कन्हैया कुमार तीसरे स्थान पर थे. ऐसे में अंदाज लगाया जा सकता है कि कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने से तेजस्वी को क्या दिक्कत हो सकती है.
उन्होंने लोकसभा चुनाव में राजद प्रत्याशी को हराने का काम किया. बेगूसराय में सेक्यूलर वोट को बांटकर भाजपा को फायदा पहुंचाने का काम किया. अब वो कांग्रेस में गए हैं. देखना है वहां क्या गुल खिलाते हैं.
वहीं कांग्रेस पर चुटकी लेते हुए शिवानंद तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी के साथ मेरी पूरी सहानुभूती है. उन्होंने पंजाब का जिक्र करते हुए सिद्धू और कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की लडाई की बात कही. कांग्रेस बाहरी व्यक्तियों पर ज्यादा विश्वास करती है.
उन्होंने कहा कि जो पार्टी पिछले दो साल से अपना स्थायी अध्यक्ष नहीं चुन पा रही है. उसे तो पहले अपने व्यक्तियों पर विश्वास करनी चाहिए. एक स्थायी अध्यक्ष का चयन करना चाहिए. मैं खुद चाहता हूं की कांग्रेस मजबूत हो. उससे राजद को भी कुछ मदद मिले. 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में 70 से अधीक सीटें कांग्रेस ने ले ली. लेकिन 7 से ज्यादा सीटों पर राहुल गांधी भाषण करने तक नही गए.