Kanchanjunga Express Train Accident: दार्जिलिंग जिले के सिलीगुड़ी उपमंडल के अंतर्गत रंगापानी स्टेशन के पास रुइधासा में सोमवार को एक मालगाड़ी कंचनजंगा एक्सप्रेस से टकराई। इस घटना में अब तक 15 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भेजा गया है। वहीं, घटना स्थल पर राहव- बचाव अभियान जारी है।
इस घटना पर पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि पश्चिम बंगाल में हुई रेल दुर्घटना दुखद है। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है। घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना करता हूं। अधिकारियों से बात की और स्थिति का जायजा लिया है। प्रभावितों की सहायता के लिए बचाव कार्य जारी है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी दुर्घटनास्थल पर जा रहे हैं।
वहीं, पीएमओ की ओर से भी एक्स पर पोस्ट किया गया। पश्चिम बंगाल में हुई रेल दुर्घटना में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपए दिए जाएंगे। इस कड़ी में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पीड़ितों को बढ़ी हुई अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी। मृत्यु के मामले में 10 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों के लिए 2.5 लाख रुपये और मामूली चोटों के लिए 50,000 रुपये।
रेल दुर्घटना पर क्या कहती हैं रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष
रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष एवं सीईओ जया वर्मा सिन्हा ने कहा कि मालगाड़ी के चालक और सहायक चालक तथा कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन के गार्ड की इस दुर्घटना में मृत्यु हो गई है। उन्होंने बताया कि आज सुबह यह हादसा हुआ है, कंचनजंगा एक्सप्रेस जो अगरतला से सियालदह जा रही थी उसे पीछे से मालगाड़ी ने सिग्नल को तोड़ते हुए टक्कर मारी है।
ट्रेन के पीछे का गार्ड का डिब्बा, दो पार्सेल वैन और जनरल डिब्बे क्षतिग्रस्त हुए हैं। बचाव अभियान जारी है। रेलवे के एडीआरएम, जिला और राज्य प्रशासन, एनडीआरएफ, आर्मी बचाव कार्य के लिए वहां पहुंच गए हैं। लगभग 50 लोग घायल हैं, उनका इलाज चल रहा है। उन्हें ज्यादा गंभीर चोटें नहीं आई हैं, उनका इलाज अच्छी तरह से जारी है।
अनुग्रह राशि की घोषणा की गई है, साथ ही उन्हें पूरी चिकित्सीय सुविधा पहुंचाई जाएगी। हमने हेल्पलाइन, हेल्प डेस्क स्थापित किए हैं जिससे यात्रियों के परिजन उनके बारे में जानकारी ले सकें। यह ट्रेन अगरतला से सियालदह जा रही थी इसलिए मार्ग के हर स्टेशन पर हेल्प डेस्क स्थापित किया गया है।