MP Taja Khabar: शिवराज सिंह चौहान ने किया दावा, कहा- निश्चित गिरेगी कमलनाथ सरकार, बीजेपी पास हैं नंबर

By रामदीप मिश्रा | Published: March 17, 2020 12:48 PM2020-03-17T12:48:43+5:302020-03-17T12:48:43+5:30

मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष द्वारा छह विधायकों के त्यागपत्र स्वीकार किये जाने के बाद 222 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के सदस्यों की संख्या घटकर 108 रह गयी है। इनमें वे 16 बागी विधायक भी शामिल हैं जिन्होंने इस्तीफा दे दिया है लेकिन उन्हें अभी तक स्वीकार नहीं कर किया गया है। विधानसभा में भाजपा के 107 सदस्य हैं।

kamalnath government in Madhya Pradesh will certainly fall says shivraj singh chauhan | MP Taja Khabar: शिवराज सिंह चौहान ने किया दावा, कहा- निश्चित गिरेगी कमलनाथ सरकार, बीजेपी पास हैं नंबर

शिवराज सिंह चौहान का दावा है कि कमलनाथ सरकार जरूर गिरेगी। (फाइल फोटो)

Highlights शिवराज सिंह चौहान ने दावा किया है कि वर्तमान कमलनाथ सरकार निश्चत रूप से गिरेगी। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास सरकार बनाने के लिए आवश्यक नबंर हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश विधानसभा में तत्काल शक्ति परीक्षण कराने की मांग करने वाली, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की याचिका पर कमलनाथ सरकार से बुधवार तक जवाब मांगा है। इस बीच शिवराज सिंह चौहान ने दावा किया है कि वर्तमान कमलनाथ सरकार निश्चत रूप से गिरेगी।

समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट के कमलनाथ सरकार को नोटिस जारी करने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में मौजूदा सरकार निश्चित रूप से गिरेगी। आज, भारतीय जनता पार्टी के पास सरकार बनाने के लिए आवश्यक नबंर हैं।

इधर, सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने मंगलवार को कहा कि वह कल सुबह साढ़े 10 बजे के लिए राज्य सरकार और विधानसभा सचिव समेत अन्य को नोटिस जारी करेगी। चौहान और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता समेत बीजेपी के नौ अन्य विधायक सोमवार को उच्चतम न्यायालय पहुंचे थे। सुप्रीम कोर्ट अब इस मामले में कल यानि बुधवार को सुनवाई करेगा। 

मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को 16 मार्च को सदन में अपना बहुमत साबित करने का निर्देश दिया था। पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने अपनी याचिका में कहा है कि कमलनाथ सरकार के पास सत्ता में बने रहने का ‘कोई नैतिक, कानूनी, लोकतांत्रिक और संवैधानिक अधिकार’ नहीं रह गया है। 

गौरतलब है कि सोमवार को तेजी से हुए घटनाक्रम में चौहान और भाजपा के नौ विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष एन पी प्रजापति के राज्यपाल लालजी टंडन के निर्देशों का उल्लंघन करते हुए शक्ति परीक्षण कराए बिना 26 मार्च तक विधानसभा की कार्यवाही स्थगित किये जाने के तुरंत बाद शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया। 

राज्यपाल लालजी टंडन ने शनिवार की रात मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर कहा था कि उनकी सरकार अब अल्पमत में है, इसलिए वह सोमवार को राज्यपाल के अभिभाषण के तुरंत बाद विधानसभा में विश्वासमत प्राप्त करें। राज्यपाल ने यह निर्देश दिया था कि विश्वास मत की प्रक्रिया मत विभाजन के माध्यम से होगी और विधानसभा इस सारी प्रक्रिया की स्वतंत्र व्यक्तियों के माध्यम से वीडियो रिकार्डिंग करायेगी। 

राज्यपाल ने अपने पत्र में कहा था कि यह काम हर हाल में 16 मार्च, 2020 को पूरा होना चाहिए। इसके बावजूद, सोमवार को मप्र विधानसभा के अध्यक्ष ने राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सदन में शक्ति परीक्षण कराये बगैर ही विधानसभा की बैठक 26 मार्च तक के लिये स्थगित कर दी। 

अध्यक्ष द्वारा छह विधायकों के त्यागपत्र स्वीकार किये जाने के बाद 222 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के सदस्यों की संख्या घटकर 108 रह गयी है। इनमें वे 16 बागी विधायक भी शामिल हैं जिन्होंने इस्तीफा दे दिया है लेकिन उन्हें अभी तक स्वीकार नहीं कर किया गया है। विधानसभा में भाजपा के 107 सदस्य हैं। 

Web Title: kamalnath government in Madhya Pradesh will certainly fall says shivraj singh chauhan

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