कांग्रेस से हो रहे पलायन पर बोले कमलनाथ- पार्टी किसी को भी छोड़ने से नहीं रोकेगी, यहां लोग समर्पण से कर रहे काम
By मनाली रस्तोगी | Published: September 19, 2022 09:50 AM2022-09-19T09:50:08+5:302022-09-19T09:52:00+5:30
पूर्व सांसद और लंबे समय से गांधी परिवार के वफादार रहे कमलनाथ ने कहा कि वह किसी को शांत करने में विश्वास नहीं करते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि पार्टी की ओर से किसी पर कोई दबाव नहीं है।
भोपाल: कांग्रेस से विधायकों के पलायन के बीच मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ ने रविवार को कहा कि पार्टी किसी को भी छोड़ने से नहीं रोकेगी। उन्होंने ये भी कहा कि अगर कोई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होना चाहता है तो वह उसे अपनी कार उधार दे देंगे। कमलनाथ का यह बयान गोवा से कांग्रेस के 11 में से आठ विधायकों के भाजपा में शामिल होने के चार दिन बाद आया है।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, "क्या सोच रहे हैं? खत्म हो जाएगी कांग्रेस? आप कह रहे हैं कि कुछ लोग भाजपा में शामिल होना चाहते हैं। जो भी भाजपा में शामिल होना चाहता है वो जा सकता है। हम किसी को रोकना नहीं चाहते। अगर वे (कांग्रेस नेता और पदाधिकारी) जाना चाहते हैं और अपने भविष्य और अपने विचारों को भाजपा के साथ देखना चाहते हैं...मैं उन्हें अपनी मोटर (कार) उधार दूंगा ताकि वो भाजपा में शामिल हो जाएं।"
उन्होंने ये भी कहा कि वह किसी को शांत करने में विश्वास नहीं रखते। कमलनाथ ने आगे कहा कि पार्टी की ओर से किसी पर कोई दबाव नहीं है। अपनी बात को जारी रखते हुए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस में लोग समर्पण के साथ काम कर रहे हैं। उन पर पार्टी की ओर से कोई दबाव नहीं है। हाल ही में नाथ के करीबी सहयोगी और मध्य प्रदेश के पूर्व विधायक अरुणोदय चौबे ने कांग्रेस छोड़ दी।
#WATCH | Whoever wants to join BJP can go. We don't want to stop anyone. If they (Congress leaders) want to go and see their future with BJP, I would lend them my motor (car) to go and join BJP. Congress would not stop anyone from quitting: MP Congress chief Kamal Nath (18.09) pic.twitter.com/8cpI1ZgloT
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) September 19, 2022
कांग्रेस को एक और झटका देते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस के साथ अपने पांच दशक के जुड़ाव को समाप्त कर दिया और पार्टी को "व्यापक रूप से नष्ट" करार दिया। उन्होंने पार्टी के पूरे सलाहकार तंत्र को "ध्वस्त" करने के लिए राहुल गांधी पर भी हमला बोला। उनके इस्तीफे के बाद दो दर्जन से अधिक प्रमुख विधायकों ने उनके समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया।