Kalakote encounter: पांच सैनिकों की शहादत का बदला, 24 घंटे में लश्कर-ए-तैयबा टाप कमांडर ढेर, एक और साथी मारा गया
By सुरेश एस डुग्गर | Published: November 23, 2023 04:13 PM2023-11-23T16:13:13+5:302023-11-23T16:14:49+5:30
Kalakote encounter: अफगानिस्तान में आतंक फैलाने वाले लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के टाप कमांडर को उसके साथी समेत मार डाला है, जो एक साल से राजौरी व पुंछ के इलाके में आतंक मचाए हुए था।
Kalakote encounter: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में बृहस्पतिवार को लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के टाप कमांडर को सेना ने ढेर कर दिया। राजौरी के कालाकोट में सेना ने अपने दो अफसरों और तीन जवानों की शहादत का बदला ले लिया है।
अफगानिस्तान में आतंक फैलाने वाले लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के टाप कमांडर को उसके साथी समेत मार डाला है, जो एक साल से राजौरी व पुंछ के इलाके में आतंक मचाए हुए था। सेना प्रवक्ता ने बताया है कि राजौरी में गोलीबारी में एक और आतंकी और एक सैनिक मारा गया, जिससे कुल मिलाकर मरने वालों की संख्या सात हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में अब तक दो आतंकी और सेना के दो कैप्टन समेत सेना के पांच जवान मारे गए हैं। जहां आज दो आतंकी और सैनिक मारे गए, वहीं बुधवार को कालाकोट राजौरी के बाजी इलाके में शुरू हुई गोलीबारी के पहले दिन दो कैप्टन सहित सेना के चार जवान मारे गए। हताहतों की संख्या बढ़ने के तुरंत बाद, सेना ने क्षेत्र में और अधिक अतिरिक्त बल भेज दिया था।
सेना की व्हाइट नाइट कोर ने एक ट्वीट में कहा कि विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर राजौरी के कालाकोट क्षेत्र गुलाबगढ़ जंगल में संयुक्त अभियान शुरू किया गया। जिसमें आतंकियों से संपर्क 22 नवंबर को स्थापित किया गया था और तीव्र गोलाबारी हुई।
सेना आगे कहती थी कि भारतीय सेना की उच्चतम परंपराओं में महिलाओं और बच्चों को होने वाली क्षति को रोकने की कोशिश में अपने बहादुरों की वीरता और बलिदान के बीच, दो आतंकी मार दिए गए। प्रवक्ता ने बताया कि जो दो आतंकी मारे गए हैं उनमें से एक की पहचान पाकिस्तानी नागरिक कारी के तौर पर की गई है।
उसे पाकिस्तान और अफगान के मोर्चे पर प्रशिक्षित किया गया है। कारी लश्करे तौयबा का उच्च रैंक आतंकवादी कमांडर था। वह पिछले एक साल से अपने ग्रुप के साथ राजौरी और पुंछ में सक्रिय था। उसे ढांगरी और कंडी के आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड भी माना जाता है। इन आतंकियों को इन क्षेत्रों में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के लिए भेजा गया था।
वह आईईडी लगाने, गुफाओं से छिपकर हमला करने और प्रशिक्षित स्नाइपर था। इस साल एक जनवरी को राजौरी के ढांगरी में दोहरे आतंकी हमले को अंजाम दिया गया था, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई थी। इसमें पांच लोग गोलीबारी में और दो लोग आईईडी ब्लास्ट में मारे गए थे।
वह आईईडी में स्पेशलिस्ट था और गुफाओं से छिपकर काम करने वाला ट्रेंड स्नाइपर भी रहा था। जबकि दूसरे आतंकी की जानकारी अभी सामने नहीं आई है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुठभेड़ के शुरुआती चरण में दो कैप्टन, एक हवलदार और एक अन्य सैनिक की मौत हो गई, जबकि एक मेजर सहित दो अन्य कर्मी घायल हो गए। घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है क्योंकि बताया जाता है इस स्नाइपर स्पेशलिस्ट ने अधिकतर को सिर में गोलियां मारी थीं।