काबुल आतंकी हमलाः जोधपुर की बेटी शिप्रा की गई जान, CM ने कहा- उनके नेक काम ने प्रदेश का बढ़ाया गौरव
By रामदीप मिश्रा | Published: January 19, 2019 05:31 AM2019-01-19T05:31:02+5:302019-01-19T05:31:02+5:30
मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति तथा शोक संतप्त परिजनों को यह आघात सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुए आतंकी हमले में जोधपुर की सामाजिक कार्यकर्ता शिप्रा शर्मा की मौत पर संवेदना व्यक्त की है। सीएम गहलोत ने कहा है कि जोधपुर की बेटी शिप्रा शर्मा आतंकवाद से पीड़ित परिवारों के पुनर्वास जैसे नेक काम के लिए अफगानिस्तान गई थीं। ऐसे सेवाभावी व्यक्तित्व का आतंकवाद का शिकार हो जाना अत्यन्त दुखद है।
उन्होंने कहा कि शिप्रा शर्मा ने आतंकवाद प्रभावित अशान्त क्षेत्र में काम करके पीड़ितों और जरूरतमंदों की मदद करने और आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया है। उनके जज्बे से देश और प्रदेश का सिर गर्व से ऊंचा हुआ है। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति तथा शोक संतप्त परिजनों को यह आघात सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
इससे पहले भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सोमवार को हुए आतंकी हमले में मारे गये लोगों में एक भारतीय नागरिक भी शामिल है। मंत्रालय ने आह्वान किया था कि इस हमले के षड्यंत्रकारियों और उन्हें आश्रय देने वालों को जल्द से जल्द सजा दी जाए।
काबुल में एक भारी सुरक्षा बंदोबस्त वाले विदेशी परिसर में बम फटने से चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि सौ से अधिक घायल हुए थे। तालिबान ने मंगलवार को इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा था, ‘‘भारत काबुल में हुए भयावह आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता है, इस हमले में एक भारतीय नागरिक तथा कई अन्य की जान चली गई।’’
मंत्रालय ने कहा था कि काबुल स्थित भारतीय दूतावास भारतीय नागरिक के शव को स्वदेश वापस लाने के लिए कदम उठा रहा है। हम इस कायराना हमले में मारे गये लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करते हैं। उन्होंने कहा था कि भारत इस जघन्य हमले के षड्यंत्रकारियों तथा उन्हें आश्रय देने वालों को जल्द से जल्द सजा देने का आह्वान करता है।