काबुल के गुरुद्वारे में हमला करने वाला IS का आत्मघाती हमलावर था केरल का निवासी, आतंकी वारदात में हुई थी 25 लोगों की मौत
By निखिल वर्मा | Published: March 28, 2020 08:42 AM2020-03-28T08:42:56+5:302020-03-28T09:00:38+5:30
अब खुफिया एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही थीं कि क्या काबुल के अन्य हमलावरों में से कोई भी भारतीय है।
अफगानिस्तान के काबुल गुरुद्वारा में हुए आत्मघाती हमले में तीन सुसाइड अटैकर्स में एक संबंध केरल राज्य से है। काबुल के गुरुद्वारा में हुए हमले में 25 लोगों की मौत हो गई थी। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने हमलावर की पहचान मोहम्मद मुहसिन के रूप में की थी। उसका परिवार केरल के कन्नूर में रहता है।
इस्लामिक स्टेट पत्रिका, अल नाबा ने शुक्रवार को आत्मघाती हमलावरों की एक तस्वीर प्रकाशित की, जिसमें से एक की पहचान अबू खालिद अल-हिंदी के रूप हुई। इसी तस्वीर में मुहसिन को उसके माता-पिता ने बेटे के रूप में पहचाना है।
केंद्रीय एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, मुहसिन की मां ने यह भी दावा किया है कि उन्हें बेटे के आईएस सहयोगी से टेलीग्राम पर एक संदेश मिला था कि उनके बेटे ने काबुल हमले में शहादत प्राप्त की है। हालांकि, जब हमने उसे संदेश दिखाने के लिए कहा तो उसने कहा कि डर से इसे हटा दिया था।
एक दिन पहले, आईएस से जुड़े अमाक समाचार एजेंसी ने एक बयान जारी किया था जिसमें दावा किया गया था कि हमले में कश्मीर का बदला लिया गया था। केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने कहा कि केरल से आईएस में शामिल होने वाले मोहम्मद मुहसिन दो हैं और जुलाई 2019 में अमेरिकी हवाई हमले में मारे गए काबुल हमलावर को भ्रमित नहीं होना चाहिए। अमेरिकी हमले में मारा गया मुहसिन मल्लपुरम का रहने वाला एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट था और उसने 2017 में आईएस ज्वाइन किया था। खुफिया सूत्रों ने कहा, काबुल गुरुद्वारे पर हमला करने वाले मुहसिन, कासरगोड के निकट कन्नूर जिले का हैं। 2018 में इसके आईएस को ज्वाइन किया था।
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार, केरल के वरिष्ठ पुलिस ऑफिस ने कहा, मोहम्मद मुहसिन केरल से अफगानिस्तान के नांगरहार जाने वाले पहले 21 सदस्यों के ग्रुप में नहीं था। पय्यननूर का रहने वाला मुहसिन 2018 में नौकरी की तलाश में दुबई गया था। इसके बाद उसने दुबई से अफगानिस्तान की यात्रा की। केरल के उत्तरी भाग में स्थित पय्यननूर कन्नूर जिले का एक छोटा सा गांव है जो कासरगोड के निकट है।
कन्नूर में रहने वाले उसके परिजनों ने बताया कि स्कूल से डॉपआउट मुहसिन 28 साल का है। अब खुफिया एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही थीं कि क्या काबुल के अन्य हमलावरों में से कोई भी भारतीय है। अभी तक यह मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को नहीं सौंपा गया है। संशोधित एनआईए अधिनियम के अनुसार के अगर कोई भी पीड़ित भारतीय है तो केंद्रीय एजेंसी विदेशों में हुए आतंकवादी हमले की जांच कर सकती है।
बुधवार को हमला था काबुल के गुरुदारे में हमला
25 मार्च को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के बीचों बीच स्थित गुरुद्वारे में घुसकर आईएस के आत्मघाती हमलावरों ने हमला किया था। अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय पर यह अब तक के सबसे भयावह हमलों में से एक है। आत्मघाती हमलावरों ने स्थानीय समयानुसार सुबह करीब पौने आठ बजे शोर बाजार इलाके में स्थित गुरद्वारे पर हमला किया। उस समय वहां 150 श्रद्धालु थे। इस हमले में 25 लोगों की मौत हुई है।