रमेश बिधूड़ी विवाद के वक्त चेयर पर बैठे के सुरेश ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को लिखा पत्र, मांग की रमेश बिधूड़ी के तत्काल निलंबन की
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 24, 2023 11:41 AM2023-09-24T11:41:15+5:302023-09-24T11:52:14+5:30
लोकसभा के बीते विशेष सत्र के दौरान भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी के खिलाफ उस वक्त चेयर पर बैठे के सुरेश ने लोकसभा अध्यक्ष को चिट्ठी लिखकर रमेश बिधूड़ी को तत्काल सदन से निलंबित करने की मांग की है।
नई दिल्ली: लोकसभा के बीते विशेष सत्र के दौरान गुरुवार को भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा सदन में चर्चा के दौरान बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ की गई अभद्र और आपत्तिजनक टिप्णणी के वक्त चेयर पर बैठे कांग्रेस के मुख्य सचेतक कोडिकुन्निल सुरेश ने शनिवार को लोकसभा अध्यक्ष को चिट्ठी लिखी है और मांग की है कि रमेश बिधूड़ी का बयान घोर अलोकतांत्रिक, मर्यादाओं के खिलाफ है, इस कारण उन्हें सदन की सदस्यता से तत्काल निलंबित किया जाए।
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार केरल से लोकसभा के सांसद के सुरेश ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को लिखे पत्र में भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के बयान को बेहद आपत्तिजनक बताते हुए बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ इस्तेमाल किए गए सांप्रदायिक अपशब्दों को लोकतंत्र की परंपरा के लिए बेहद घातक बताया है।
सुरेश ने चिट्ठी में यह मांग की है कि इस पूरे विवाद की जांच के लिए मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजा जाए। उन्होंने पत्र में कहा, "संसद के एक सदस्य का हमारे लोकतंत्र के पवित्र हॉल में नफरत फैलाने वाला व्यवहार चौंकाने वाला है और इसे कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।"
के सुरेश ने कहा, "जब से मैंने लोकसभा में सभापति के पैनल में शामिल होने की जिम्मेदारी संभाली है, मेरा प्रयास संविधान की भावना को सुनिश्चित करना और सदन के मूल्यों को बनाए रखना था। हालांकि, सबसे भयावह और दुर्भाग्यपूर्ण घटना जिसने उन सभी मूल्यों के मूल को हिलाकर रख दिया है, जिनकी हम सभी रक्षा करते हैं। नए संसद भवन में भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा किये गये दुर्व्यवहार ने सदन को बेहद शर्मसार किया है।"
लोकसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि बीते गुरुवार को जब वह सदन के कामकाज का संचालन कर रहे थे, भाजपा सांसद रमेश बिदुरी ने ''दानिश अली के खिलाफ अश्लील अपशब्दों, सांप्रदायिक टिप्पणियों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया और साथ ही गंदी और घृणित टिप्पणियां की।''
कांग्रेस के के सुरेश ने आगे कहा, "चूंकि उनके कहे बयान का अनुवाद मैं ठीक तरह से नहीं समझ पाया, इस कारण सदन विरोध में भड़क उठा। मैं रमेश बिधुड़ी के कथन का सटीक अर्थ नहीं बता सका, लेकिन स्थिति को भांपते हुए मैंने फौरन आदेश दिया कि बिधूड़ी के आपत्तिजनक अपशब्दों को लोकसभा की कार्रवाही से हटा दिया जाए।”
मालूम हो कि बीते गुरुवार को जब यह घटना हुई तब सभापति पैनल के सदस्य के रूप में के सुरेश लोकसभा की कार्यवाही की अध्यक्षता कर रहे थे। लोकसभा में जब अध्यक्ष और उपाध्यक्ष अनुपस्थित होते हैं तो पैनल के सदस्य सदन की कार्यवाही की अध्यक्षता करते हैं।