Jyotirao Phule Jayanti: ज्योतिराव फुले को जयंती पर श्रद्धांजलि, पीएम मोदी ने कुछ यूं किया याद

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 11, 2024 12:18 PM2024-04-11T12:18:53+5:302024-04-11T12:20:09+5:30

Jyotirao Phule Jayanti: दूरदर्शी समाज सुधारक ने अन्याय से लड़ने और समानता को बढ़ावा देने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।

Jyotirao Phule Jayanti 2024 Interesting facts pm narendra modi paid tribute social reformer birth anniversary Lesser known facts about this social activist | Jyotirao Phule Jayanti: ज्योतिराव फुले को जयंती पर श्रद्धांजलि, पीएम मोदी ने कुछ यूं किया याद

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Highlightsविचार लाखों लोगों को ताकत देते हैं।अथक प्रयासों ने समाज पर एक अमिट छाप छोड़ी है।हमारी प्रतिबद्धता को दोहराने का अवसर है।

Jyotirao Phule Jayanti: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को प्रख्यात समाज सुधारक ज्योतिराव फुले को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी और कहा कि उन्होंने अपना जीवन अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ने व समानता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित कर दिया तथा उनके विचारों से लाखों लोगों को ताकत मिलती है। मोदी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''आज हम महान समाज सुधारक महात्मा फुले को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। एक दूरदर्शी समाज सुधारक, जिन्होंने अन्याय से लड़ने और समानता को बढ़ावा देने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।

उनके विचार लाखों लोगों को ताकत देते हैं।" उन्होंने कहा कि शिक्षा और महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में उनके अथक प्रयासों ने समाज पर एक अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने कहा, "आज गरीबों और वंचितों को सशक्त बनाने के उनके दृष्टिकोण को पूरा करने की हमारी प्रतिबद्धता को दोहराने का अवसर है।"

समाज के पिछड़े और वंचित वर्गों के उद्धार के लिए आंदोलन के प्रतीक माने जाने वाले 19वीं सदी के सुधारक ने अपना जीवन सामाजिक न्याय और समानता के लिए समर्पित कर दिया। उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले भी एक अग्रणी समाज सुधारक थीं, जिन्हें विशेष रूप से महिलाओं को शिक्षित करने में उनकी भूमिका के लिए सराहा जाता है।

ज्योतिराव गोविंदराव फुले 19वीं सदी के एक महान समाज सुधारक, समाज प्रबोधक, विचारक, समाजसेवी, लेखक, दार्शनिक तथा क्रान्तिकारी कार्यकर्ता थे। महात्मा फुले एवं ज्योतिबा फुले के नाम से प्रसिद्ध गोविंदराव का जन्म 11 अप्रैल 1827 में महाराष्ट्र के सतारा में हुआ था। उन्होंने अपना पूरा जीवन स्त्रियों को शिक्षा का अधिकार दिलाने, बाल विवाह पर रोक लगवाने के प्रयासों में लगा दिया। आज की तारीख भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के लिए भी अहम है, क्योंकि वर्ष 1964 में 11 अप्रैल को ही वह दो हिस्सों में बंट गई थी। एक पार्टी का नाम भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और दूसरी का नाम भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) रखा गया।

देश दुनिया के इतिहास में 11 अप्रैल की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार हैं:

1827: समाज सुधारक ज्योतिराव गोविंदराव फुले का जन्म।

1869: कस्तूरबा गांधी का जन्म।

1887 : प्रसिद्ध फनकार जैमिनी राय का जन्म।

1919 : अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन की स्थापना।

1921 : रेडियो पर खेलों की पहली लाइव कमेंट्री का प्रसारण किया गया।

1930: ऋषिकेश में इस्पात की तारों से बना 124 मीटर का झूलने वाला पुल जनता के लिए खोला गया। इसे लक्ष्मण झूला नाम दिया गया।

1937: भारतीय टेनिस खिलाड़ी रामनाथन कृष्णन का जन्म।

1951: थिएटर और टेलीविजन अदाकारा रोहिणी हटंगडी का जन्म।

1964: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी दो हिस्सों में विभाजित।

1970: अमेरिका का अपोलो 13 अंतरिक्ष यान चंद्र अभियान पर रवाना।

1976 : स्टीव वाजनेक का बनाया पहला एप्पल-1 कंप्यूटर जारी।

1983: बेन किंग्सले की फिल्म गांधी को आस्कर अवार्ड।

1999 : अग्नि 2 प्रक्षेपास्त्र ने उड़ान भरी।

2010: पोलैंड के राष्ट्रपति लेख काजिंस्की की विमान दुर्घटना में मृत्यु।

2011: भारतीय मूल की अमेरिकी लेखिका झुंपा लाहिरी को उनकी पहली रचना 'इंटरप्रेटर ऑफ मैलेडीज़' के लिए पुलित्ज़र सम्मान।

2020 : भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 1000 से अधिक मामले सामने आए। कुल मरीजों की तादाद आठ हजार के पार।

2021: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड के खिलाफ टीका उत्सव की शुरुआत की।

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