ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक विधायक ने दी चेतावनी, कहा- वह गुटबाजी करते तो कमलनाथ नहीं होते मुख्यमंत्री
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: August 31, 2019 06:10 IST2019-08-31T06:10:59+5:302019-08-31T06:10:59+5:30
मध्यप्रदेश प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर शुक्रवार को दिनभर सिंधिया के समर्थन में प्रदेश के कई हिस्सों में उनके समर्थकों ने प्रदर्शन किया. उनके समर्थक सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की मांग करते रहे.

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मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर मचा घमासान थम नहीं रहा है. ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक खुलकर मैदान में आते जा रहे हैं. अंबाह से कांग्रेस के विधायक और सिंधिया समर्थक कमलेश जाटव ने खुलकर कहा कि अगर सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाया गया, तो दिल्ली में प्रदर्शन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सिंधिया सदैव गुटबाजी से दूर रहे हैं, अगर गुटबाजी करते तो कमलनाथ नहीं, सिंधिया मुख्यमंत्री होते.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर शुक्रवार को दिनभर सिंधिया के समर्थन में प्रदेश के कई हिस्सों में उनके समर्थकों ने प्रदर्शन किया. उनके समर्थक सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की मांग करते रहे. इसी क्रम में अंबाह विधायक कमलेश जाटव ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर बड़ा बयान दिया है.
जाटव ने कहा है कि सिंधिया को ही प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए. जाटव ने कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया बहुत ही सुलझे हुए हैं. उनकी सोच पार्टी को विकास की राह में आगे ले जाना है. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कहीं ना कहीं कांग्रेस में गुटबाजी चल रही है. कांग्रेस के सभी नेता गुटबाजी करते हैं, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया कभी गुटबाजी नहीं करते. अगर वे गुटबाजी करते तो कलमनाथ की जगह सिंधिया मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री होते.
जाटव ने कहा है कि अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनाया गया तो दिल्ली स्थित कांग्रेस भवन में प्रदर्शन किया जाएगा.
सिंधिया किसी भी तरह नाराज नहीं: कमलनाथ
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिल्ली में पत्रकारों से चर्चा में कहा कि आज उनकी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से विभिन्न मुद्दों पर बात हुई है. मध्यप्रदेश के संगठन पर भी बात हुई. उन्होंने कहा कि मैं केन्द्र में कई वर्षों तक मंत्री रहा हूं, अन्य प्रदेशों पर भी बात हुई. प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कहा कि मैं तो लगा हूं, नया अध्यक्ष जल्द बनाया जाए, क्योंकि मेरे पास मुख्यमंत्री पद का भी दायित्व है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकसभा का चुनाव था, मुझे कहा गया था कि मुझे लोकसभा चुनाव तक दायित्व संभालना है. उसके बाद लोकसभा चुनाव के बाद मैंने फिर से कहा था कि नया अध्यक्ष बनाना चाहिए. ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर कहा मैं नहीं सोचता कि वह किसी भी तरह नाराज है. वह पूरी तरह से साथ है.