भोपाल: मध्य प्रदेश सदस्यता अभियान 2020 में रविवार (23 अगस्त) को बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य माधराव सिंधिया ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, 'मुख्यमंत्री पद कोई ताज या कुर्सी नहीं होती कमलनाथ जी, जनता की सेवा की बड़ी जिम्मेदारी होती है। आपने जनता से वादाखिलाफी और भ्रष्टाचार किया। आप जनता से किये वादे पूरे करते तो हमें सड़कों पर नहीं उतरना होता।' सिंधिया ने कहा, मैं और मेरे सहयोगी कभी कुर्सी के सेवक नहीं रहे। यदि मुझे कुर्सी का लालच होता तो जब उपमुख्यमंत्री बनने का ऑफर दिया था, उसे तभी स्वीकार कर लेता! मुझे जनता के लिये सड़क पर उतरकर लड़ाई लड़ना, कुर्सी से ज्यादा अहम लगा।
कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने जनता के साथ जमकर वादा खिलाफी की: ज्योतिरादित्य सिंधिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा,वल्लभ भवन मध्य प्रदेश के लोकतंत्र के मंदिर से कम नहीं है। उस मंदिर को कमलनाथ जी ने दलाली का अड्डा बना दिया। जनता के साथ विश्वासघात और छल किया। मेरे लिये यह असहनीय था, इस लिये भ्रष्टाचारियों को सबक सिखाने का फैसला लिया।
उन्होंने कहा, कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने जनता के साथ जमकर वादा खिलाफी की। मैं पूछना चाहता हूं कि 15 माह के मुख्यमंत्री कमलनाथ कभी जनता से मिलने क्यों नहीं गये? आज जनता के पास मौका है कि भ्रष्टों को सबक सिखाये।
मैं कांग्रेस के काले कारनामें बहुत अच्छे से जानता हूं: ज्योतिरादित्य सिंधिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, हमारी अपेक्षा कभी कुर्सी या पद की लालसा नहीं थी, हमारी अपेक्षा थी कि ग्वालियर–चंबल समेत पूरे मध्यप्रदेश का सर्वांगीण विकास होगा। गरीब जनता को उनका वाजिब हक मिलेगा लेकिन कांग्रेस ने जनता को धोखा दिया।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, जो मध्य प्रदेश का पूरा बंटाधार करे, जो अपने लोगों के साथ अत्याचार और विश्वासघात करे। उसपर जनता विश्वास नहीं करेगी।मैंने कांग्रेस को अंदर से देखा है इसलिये इनके काले कारनामें बहुत अच्छे से जानता हूं।
मैं कमलनाथ और दिग्विजय की तरह नहीं हूं, जो सिर्फ अपनी जेब की फिक्र करें: ज्योतिरादित्य सिंधिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, जो मुख्यमंत्री जनप्रतिनिधियों का तथा अपने प्रदेश की जनता का सम्मान और विश्वास नहीं कर सकता, उसे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने का कोई औचत्य नहीं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, मैं कमलनाथ जी या दिग्विजय सिंह जी की तरह नहीं हूं, कि सिर्फ अपनी जेब की फिक्र करें। मेरे लिये मेरी जनता स्वस्थ रहेगी तभी चैन पड़ेगा, यदि जनता त्रस्त हुई तो ज्योतिरादित्य सिंधिया जनता के लिये सड़क पर उतरेगा।'
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, जिन्होंने राम मंदिर का विरोध किया, उन्हें आज हनुमान जी याद आ रहे हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि वोटबैंक नहीं छिटक जाये। कांग्रेस जनता की समस्याओं की चिन्ता नहीं करती है, बल्कि अपने वोट बैंक की चिन्ता करती है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, मेरी प्रेरणा मेरी दादी पूज्य राजमाता और मेरे स्वर्गीय पिताजी हैं, जिन्होंने जनता के साथ अन्याय होते देखा तो कुर्सी को लात मार दी थी। कमलनाथ जी, जनता के हक में लड़ाई लड़ना यदि गद्दारी है तो हां मैं गद्दार हूं।