लोकमत संसदीय पुरस्कार समारोह की ज्यूरी ने 2019 के लिए पुरस्कृत होने वाले सांसदों का किया चयन
By शीलेष शर्मा | Published: December 4, 2019 01:29 AM2019-12-04T01:29:55+5:302019-12-04T01:29:55+5:30
इस चयन मंडल ने 300 से अधिक सांसदों के लेखा-जोखा का विश्लेषण किया जिसमें सांसदों ने कितनी चर्चाओं में हिस्सा लिया, संसदीय कार्य में उनकी भागीदारी एवं उपस्थिति, सदन में कितने प्रश्न उठाये जैसे महत्वपूर्ण बिंदु शामिल थे
लोकमत संसदीय पुरस्कार समारोह के तीसरी श्रृखंला के लिए पुरस्कृत किए जाने वाले सांसदों के चयन करने के लिए चयन समिति (ज्यूरी) की बैठक आज पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार की अध्यक्षता में उनके आवास पर संपन्न हुई. चयन समिति (ज्यूरी) ने लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों का पूरा लेखा-जोखा खंगालने के बाद उन नामों को तय किया जिनको आगामी दस दिसंबर को डॉ अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर के भीम सभागार में भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के कर कमलों द्वारा सम्मानित किया जाएगा.
पुरस्कृत किए जाने वाले सांसदों के चयन के लिए जो चयन समिति (ज्यूरी) गठित की गयी है उसमें शरद पवार अध्यक्ष, सुभाष सी. कश्यप सह अध्यक्ष, लोकसभा में कांगे्रस दल के नेता अधीर रंजन चौधरी, भाजपा सांसद सी.आर. पाटिल, आर.एस.पी सांसद एन.के. प्रेमचंदन, अकाली दल के सांसद नरेश गुजराल, भाजपा महासचिव एवं सांसद सरोज पांडे, पूर्व सांसद और लोकमत पत्र समूह के अध्यक्ष विजय दर्डा, नेटवर्क 18 के प्रबंध निदेशक राहुल जोशी, हिन्दी हिन्दुस्तान के मुख्य संपादक शशि शेखर और लोकमत के राष्ट्रीय संपादक तथा चयन मंडल के सचिव हरीश गुप्ता का नाम शामिल है.
इस चयन मंडल ने 300 से अधिक सांसदों के लेखा-जोखा का विश्लेषण किया जिसमें सांसदों ने कितनी चर्चाओं में हिस्सा लिया, संसदीय कार्य में उनकी भागीदारी एवं उपस्थिति, सदन में कितने प्रश्न उठाये जैसे महत्वपूर्ण बिंदु शामिल थे. गहन परीक्षण के बाद नौ सांसदों को विभिन्न वर्गो में पुरस्कृत करने के लिए चयनित किया गया जिनके नामों की घोषणा दस दिसंबर को समारोह के दौरान की जाएगी.
गौरतलब है कि इससे पूर्व लोकमत पत्र समूह ऐसे दो आयोजन राजधानी दिल्ली में आयोजन कर चुका है जिनमें 2017 के लिए लालकृष्ण आडवाणी, शरद यादव, एन.के. प्रेमचंदन, सीताराम येचुरी, सुष्मिता देव, जया बच्चन, मीनाक्षी लेखी और