जेएनयू हमला : प्रदर्शनकारियों को गेटवे ऑफ इंडिया से आजाद मैदान भेजा गया
By स्वाति सिंह | Updated: January 8, 2020 07:56 IST2020-01-07T09:39:26+5:302020-01-08T07:56:48+5:30

जेएनयू हमला : प्रदर्शनकारियों को गेटवे ऑफ इंडिया से आजाद मैदान भेजा गया
दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में रविवार शाम हुई हिंसा के बाद मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर जेएनयू के समर्थन में लगातार आंदोलन जारी है। अभी खबर मिल रही है कि प्रदर्शनकारियों को मुंबई पुलिस ने गेटवे ऑफ इंडिया से हटा दिया है। इन प्रदर्शकारियों को पुलिस ने आजाद मैदान में प्रदर्शन करने की इजाजत दी है।
07 Jan, 20 : 09:47 AM
प्रदर्शनकारियों को गेटवे ऑफ इंडिया से आजाद मैदान भेजा गया
जेएनयू) में छात्रों और शिक्षकों पर हुए हमले का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को मंगलवार सुबह गेटवे ऑफ इंडिया से आजाद मैदान ले जाया गया क्योंकि सड़क जाम होने की वजह से आम लोगों और पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से जाने की अपील की थी लेकिन वे माने नहीं, इसलिए उन्हें आजाद मैदान ले जाया गया। हाथों में टैम्बोरिन और गिटार लिए तथा क्रांति के गीत गाते प्रदर्शनकारियों ने गेटवे ऑफ इंडिया और ताज महल पैलेस होटल के बाहर रातभर प्रदर्शन किया था। रविवार आधी रात को दक्षिण मुम्बई के कोलाबा में गेटवे ऑफ इंडिया के सामने बड़ी संख्या में छात्रों और महिलाओं सहित बड़ी संख्या में लोग जमा हुए थे। बाद में अनुराग कश्यप, स्वरा भास्कर और विशाल ददलानी जैसी बॉलीवुड हस्तियां भी यहां पहुंची।
07 Jan, 20 : 09:46 AM
हाथों में टैम्बोरिन और गिटार लिए तथा क्रांति के गीत गाते प्रदर्शनकारियों ने जेएनयू में हुए हमले के विरोध में गेटवे ऑफ इंडिया और ताज महल पैलेस होटल के बाहर रातभर प्रदर्शन किया। हालांकि पुलिस ने बताया कि अब प्रदर्शनकारियों को गेटवे ऑफ इंडिया से हटाकर आजाद मैदान भेज दिया गया है। रविवार आधी रात को दक्षिण मुम्बई के कोलाबा में गेटवे ऑफ इंडिया के सामने बड़ी संख्या में छात्रों और महिलाओं सहित बड़ी संख्या में लोग जमा हुए थे। बाद में अनुराग कश्यप, स्वरा भास्कर और विशाल ददलानी जैसी बॉलीवुड हस्तियां भी यहां पहुंची।
07 Jan, 20 : 09:45 AM
ABVP के आठ सदस्य, जेएनयू के मुख्य प्रॉक्टर व्हाट्सएप्प ग्रुप में शामिल
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में रविवार को हुए हिंसा के बाद कई सवाल खड़े हुए हैं। इसी बीच कल से कुछ वॉट्सएप की चैट वायरल हो रहा है। ये चैट अलग-अलग वॉट्सएप ग्रुप्स पर की गईं। इस वॉट्सएप ग्रुप में लगभग आठ एबीवीपी, जेएनयू के मुख्य प्रॉक्टर, दिल्ली यूनिवर्सिटी के कॉलेज के एक शिक्षक और दो पीएचडी सदस्य शामिल हैं। रविवार को हुई हिंसा में लगभाग तीन व्हाट्सएप ग्रुपों एक्टिव थे, जिसमें विश्वविद्यालय के छात्रों के खिलाफ हिंसा की धमकी देने के मेसेज चल रहे थे।
07 Jan, 20 : 09:44 AM
हमले के वक्त साबरमती हॉस्टल में मौजूद छात्रा की आपबीती
07 Jan, 20 : 09:44 AM
कुछ प्रोफेसरों ने ABVP को हिंसा के लिए उकसाया, Video
07 Jan, 20 : 09:43 AM
जेएनयू हिंसा पर अनुपम खेर ने किया ट्वीट
जेएनयू में हुई इस हिंसा पर अब बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर ने भी अपना बयान पेश किया है। उन्होंने इस घटना की जमकर निंदा की है।अनुपम ने कहा है कि नकाब पहनकर हमला करने वालों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए।
अनुपम खेर ने जेएनयू हमके पर अपनी प्रतिक्रिया पेश की है। अनुपम ने कहा है कि उन गुंडों को जल्द से जल्द पकड़ों जिन्होंने जेएनयू में हिंसा फैलाई है। विश्वविद्यालय परिसर में कोई रक्तपात नहीं हो सकता, उन नकाबपोश लोगों की पहचान जल्द से जल्द हो। इस तरह के भयानक घटनाओं के दौरान सामान्य संदिग्धों की अपील को कैमरे के सामने रखने से बचें। वो लोग छात्रों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
ARREST Goons who were responsible for https://twitter.com/hashtag/JNUViolence?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#JNUViolence. There CANNOT be any bloodshed in a university campus. EXPOSE the real identity of these masked people asap. Also please AVOID ‘direct to camera’ appeals of USUAL suspects during such horrible incedents. They are USING students.
— Anupam Kher (@AnupamPKher) https://twitter.com/AnupamPKher/status/1214150843269820418?ref_src=twsr…">January 6, 2020
07 Jan, 20 : 09:43 AM
अनुमती के बावजूद क्यों परिसर के बाहर खड़ी रही पुलिस?
रविवार शाम जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों पर लाठी, लोहे की छड़ से नाकाबपोश लोग हमला कर रहे थे। ये बदमाश हथौड़े से हमला करके सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे थे। इस समय दिल्ली पुलिस की टीमें यूनिवर्सिटी कैंपस के गेट के बाहर खड़ी थीं। जब यह सब हो गया तो इसके बाद रात 8 बजे दिल्ली पुलिस ने परिसर में प्रवेश किया। पुलिस ने इस मामले में स्पष्ट किया कि वे कानून के मुताबिक, परिसर में प्रवेश करने के लिए प्रशासन की आधिकारिक अनुमति का इंतजार कर रहे थे।
एचटी रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस को 3.45 बजे दिए गए सूचना में बताया गया था कि कुछ “छात्र” लड़ रहे हैं और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं। एफआईआर में ऐसा लिखा है। इसके अलावा, पुलिस ने एफआईआर में लिखा है कि इसी समय हमें जेएनयू से एक पत्र मिला, जिसमें पुलिस से स्थिति को नियंत्रित करने का अनुरोध किया गया था।