JNU Violence: ABVP के आठ सदस्य और जेएनयू के मुख्य प्रॉक्टर हैं व्हाट्सएप्प ग्रुप में शामिल!

By स्वाति सिंह | Updated: January 7, 2020 08:29 IST2020-01-07T08:29:49+5:302020-01-07T08:29:49+5:30

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में रविवार रात को उस वक्त हिंसा भड़क गयी जब लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश लोगों ने छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला किया, परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जिसके बाद प्रशासन को पुलिस को बुलाना पड़ा।

JNU violence: JNU chief proctor to eight ABVP office-bearers behind Unmasked whatsapp group, three group active | JNU Violence: ABVP के आठ सदस्य और जेएनयू के मुख्य प्रॉक्टर हैं व्हाट्सएप्प ग्रुप में शामिल!

एबीवीपी का दावा : जेएनयू हिंसा के लिए वाम कार्यकर्ता जिम्मेदार

Highlightsवॉट्सएप ग्रुप में लगभग आठ एबीवीपी सदस्य शामिल हैं। रविवार को हुई हिंसा में लगभाग तीन व्हाट्सएप ग्रुपों एक्टिव थे

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में रविवार को हुए हिंसा के बाद कई सवाल खड़े हुए हैं। इसी बीच कल से कुछ वॉट्सएप की चैट वायरल हो रहा है। ये चैट अलग-अलग वॉट्सएप ग्रुप्स पर की गईं। इस वॉट्सएप ग्रुप में लगभग आठ एबीवीपी, जेएनयू के मुख्य प्रॉक्टर, दिल्ली यूनिवर्सिटी के कॉलेज के एक शिक्षक और दो पीएचडी सदस्य शामिल हैं। रविवार को हुई हिंसा में लगभाग तीन व्हाट्सएप ग्रुपों एक्टिव थे, जिसमें विश्वविद्यालय के छात्रों के खिलाफ हिंसा की धमकी देने के मेसेज चल रहे थे। 

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक इन व्हाट्सएप ग्रुप में जेएनयू के प्रमुख प्रॉक्टर विवेकानंद सिंह समूह 'फ्रेंड्स ऑफ आरएसएस' के सदस्य थे, जो हिंसा से पहले और उस दौरान एक्टिव ग्रुप में से एक था। हालांकि इसपर सिंह ने कहा है कि उन्हें इस ग्रुप में हुई बातचीत के बारे में कुछ नहीं पता था।

उन्होंने कहा 'मैं इस ग्रुप में एक्टिव सदस्य नहीं हूं और अब इसे छोड़ दिया है। मेरे लिए अभी जो सबसे महत्वपूर्ण है वह ये की शांति बहाल करना। ग्रुप होने के बाद भी वे सभी मेरे छात्र हैं। मैं इस विश्वविद्यालय का छात्र रहा हूं और यह भावनात्मक रूप से भी मेरे लिए बहुत कोशिश का समय है। कई बार जब आप ऐसे ग्रुप के मेसेज को भी नहीं देखते हैं।' बता दें कि सिंह 2004 में एबीवीपी के प्रेसिडेंट पद के उम्मीदवार रहे थे।

वहीं, दूसरे ग्रुप 'यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट' में लगभग आठ एबीवीपी के वर्तमान और पूर्व पदाधिकारी थे। विजय कुमार, जेएनयू एबीवीपी इकाई के विभागाध्यक्ष प्रशासकों में से एक हैं। लेकिन उन्होंने कहा 'मुझे एक अज्ञात नंबर द्वारा जोड़ा गया था और उस ग्रुप का एडमिन बनाया गया था। जब मैंने अपना व्हाट्सएप चेक किया तो मैंने तुरंत ही उस ग्रुप को छोड़ दिया। मुझे अब अंतरराष्ट्रीय नंबरों से धमकी भरे फोन आ रहे हैं।' विजय कुमार जेएनयू के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के पीएचडी लास्ट ईयर के छात्र हैं।

एबीवीपी का दावा : जेएनयू हिंसा के लिए वाम कार्यकर्ता जिम्मेदार

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने सोमवार को आरोप लगाया कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में शिक्षकों एवं छात्रों पर किए गए हमले में वाम कार्यकर्ताओं का हाथ था। एबीवीपी की जेएनयू इकाई के सचिव मनीष जांगीड़ ने आरोप लगाया, “वाम कार्यकर्ताओं ने नियोजित ढंग से हमलों को अंजाम दिया।” साथ ही उन्होंने दावा किया कि नकाबपोश हमलावरों की अगुवाई जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष कर रहीं थीं।

हिन्दू रक्षा दल का दावा, हमने करवाई कैंपस में हिंसा

जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में रविवार शाम हुई हिंसा, तोड़फोड़ जिम्मेदारी हिन्दू रक्षा दल ने ली है। हिन्दू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने एक वीडियो जारी करते हुए दावा किया है कि छात्रों की पिटाई करने वाले उनके कार्यकर्ता थे। पिंकी चौधरी का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह जेएनयू में हुई हिंसा की जिम्मेदारी ले रहे हैं।

हिन्दू रक्षा दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी वायरल वीडियो में कहते हुए दिख रहे हैं कि अगर आगे भी किसी ने देश विरोधी गतिविधियां करने की कोशिश की तो हम आगे भी यूनिवर्सिटियों में ऐसी कार्रवाई करते रहेंगे।

क्या है JNU हिंसा का पूरा मामला?

आपको बता दें कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में रविवार रात को उस वक्त हिंसा भड़क गयी जब लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश लोगों ने छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला किया, परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जिसके बाद प्रशासन को पुलिस को बुलाना पड़ा। हमले में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष सहित कम से कम 28 लोग घायल हो गये जिन्हें एम्स में भर्ती कराया गया है।

Web Title: JNU violence: JNU chief proctor to eight ABVP office-bearers behind Unmasked whatsapp group, three group active

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