नई दिल्ली, (16 फरवरी) जवाहर लाल नेहरू विश्वविधालय ( जेएनयू) में 75 प्रतिशत अटेंडेंस कंपल्सरी को लेकर चल रहा विवाद कल रात 11 बजे तक भी जारी रहा। छात्रों ने कल आधी रात को हंगामा करते हुए प्रशासनिक बिल्डिंग का घेराव किया और साथ ही एक कॉलेज स्टाफ को भी निशाना बनाया। इस हंगामे के बाद कॉलेज प्रशासन ने एक लेटर जारी करते हुए कहा की कोर्ट ने आदेश किया है कि प्रशासनिक बिल्डिंग के सौ मीटर के दायरे में छात्र प्रदर्शन नहीं कर सकते और इस नियम को तोड़ने वाले छात्रों पर प्रशासन कार्रवाई कर सकती है।
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) की छात्र नेता गीता ने कहा कि छात्रों का कहना है कि वह कॉलेज के वीसी से मिलना चाहते है, और हम सुबह से वीसी का इंतजार कर रहे है। हम चाहते है कि 75 प्रतिशत अटेंडेंस कंपल्सरी के नियम को वापस लिया जाए।
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गुरुवार को भी छात्र संघ के नेतृत्व में सैकड़ों छात्रों ने हंगामा किया और यूनिवर्सिटी के एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक का घेराव किया। छात्रों का कहना है कि वह कॉलेज के कुलपति से मिलना चाहते है। इस हंगामे के दौरान कुलपति एम जगदीश कुमार अपने कार्यालय में मौजूद थे। कुलपति से नहीं मिलने के कारण नराज छात्रों ने कॉलेज के बाहर जा रहे वरिष्ठ अधिकारियों को रोक - रोक कर अपना विरोध जताया।
जेएनयूएसयू के संयुक्त सचिव शुभांशु सिंह ने कहा कि जब तक छात्र कुलपति से नहीं मिल लेते तब तक यह हंगामा जारी रहेगा। और साथ ही छात्र कॉलेज के किसी भी प्रशासनिक कार्य में बाधा नहीं उत्पन करेंगे।
क्या है पूरा मामला
पिछले महीने 8 जनवरी को जेएनयू प्रशासन ने छात्रों के लिए एक आदेश जारी करते हुए कहा कि छात्रों को क्लास में 75 प्रतिशत अटेंडेंस कंपल्सरी है। इसके बाद छात्रों का कहना है कि कॉलेज प्रशासम अपने आदेश को बदले या अनिश्चित काल तक के लिये रद्द करे। अब तक जेएनयू में अटेंडेंस को लेकर इस तरह का कोई प्रवधान नहीं था। छात्रों का कहना है कि इस नियम के लागू होने के बाद सेमेस्टर के आखिर में होने वाली परीक्षाओं में बहुत से छात्र नहीं बैठ पाएंगे।