जम्मू-कश्मीर: लश्कर और हिज्ब के दो माड्यूल ध्वस्त, ग्रेनेड फैंकने वाले तीन युवक भी पकड़े

By सुरेश एस डुग्गर | Updated: February 9, 2020 05:39 IST2020-02-09T05:39:46+5:302020-02-09T05:39:46+5:30

पकड़े गए आतंकियों के मददगारों में इरफान अजीज भट पुत्र अब अजीज भट, जोकि सय्यद मोहल्ला हाजिन का रहना वाला है। वह वकालत की पढ़ाई कर रहा है। वहीं दूसरा मददगार मोहम्मद आसिफ पारे है यह भी हाजिन इलाके का रहना वाला है। इन दोनों के पास से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। दोनों से पूछताछ की जा रही है।

J&K: Two modules of Lashkar and Hizb dismantled, three youths who fired grenades caught | जम्मू-कश्मीर: लश्कर और हिज्ब के दो माड्यूल ध्वस्त, ग्रेनेड फैंकने वाले तीन युवक भी पकड़े

तस्वीर का इस्तेमाल केवल प्रतीकात्मक तौर पर किया गया है। (फाइल फोटो)

Highlightsसुरक्षाबलों ने कश्मीर में अपनी कार्रवाई को तेज करते हुए लश्कर-ए-तौयबा तथा हिज्बुल मुजाहिदीन के दो माड्यूलों को ध्वस्त किया है। लश्कर और हिजबुल के दो मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए सुरक्षाबलों ने आंतकियों के पांच मददगारों को गिरफ्तार किया है।

सुरक्षाबलों ने कश्मीर में अपनी कार्रवाई को तेज करते हुए लश्कर-ए-तौयबा तथा हिज्बुल मुजाहिदीन के दो माड्यूलों को ध्वस्त किया है। साथ ही दो दिन पहले लाल चौक में ग्रेनेउ फैंकने के आरोप में तीन छात्रों को पकड़ा है।

लश्कर और हिजबुल के दो मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए सुरक्षाबलों ने आंतकियों के पांच मददगारों को गिरफ्तार किया है। बांडीपोरा के हाजिन इलाके से लश्कर के दो और बडगाम में हिजबुल के तीन मददगार पकड़े गए हैं। बांडीपोरा में पकड़े गए आतंकियों के मददगारों से कई आपत्तिजनक वस्तुएं व सामग्री बरामद हुई हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। शुक्रवार रात पुलिस को सूचना मिली कि इलाके में आतंकियों के दो मददगार देखे गए हैं। आनन-फानन में सुरक्षाबलों ने दोनों को पकड़ने का अभियान शुरू किया। पुलिस ने हाजिन इलाके से दोनों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। यह दोनों आतंकी संगठन लश्कर के लिए काम करते थे। 

पकड़े गए आतंकियों के मददगारों में इरफान अजीज भट पुत्र अब अजीज भट, जोकि सय्यद मोहल्ला हाजिन का रहना वाला है। वह वकालत की पढ़ाई कर रहा है। वहीं दूसरा मददगार मोहम्मद आसिफ पारे है यह भी हाजिन इलाके का रहना वाला है। इन दोनों के पास से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। दोनों से पूछताछ की जा रही है।

दूसरी ओर लाल चौक पर सुरक्षा बलों पर ग्रेनेड हमले में शामिल आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के लिए काम करने वाले तीन छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दक्षिणी कश्मीर के ये तीनों छात्र श्रीनगर में कोचिंग कर रहे थे। पुलिस के अनुसार यह जैश की जड़ें श्रीनगर में मजबूत करने के लिए भी काम कर रहे थे। साथ ही वीपीएन के जरिये पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से साथ सीधे संपर्क में थे। पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि इस मॉड्यूल का मुख्य मकसद श्रीनगर में पटरी पर लौट रहे सामान्य जनजीवन को प्रभावित करना था।

बीते रविवार को श्रीनगर के लाल चौक स्थित प्रताप पार्क में आतंकियों के ग्रेनेड हमले में  सीआरपीएफ के दो जवान समेत नौ लोग घायल हो गए थे। मामला दर्ज कर कोठीबाग पुलिस जांच में जुट गई। एसपी ईस्ट श्रीनगर दाउद अयूब के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। पुलिस और सीआरपीएफ ने मामले की तफ्तीश शुरू की। गुरूवार रात टीम ने जैश के इस कैडर को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की।

एसएसपी श्रीनगर डॉ. हसीब मुगल ने शुक्रवार को बताया कि पकड़े गए आरोपियों की शिनाख्त पुलवामा के नवीद उल लतीफ , शकील अहमद बंद और शोपियां के शमशाद मंजूर के तौर पर हुई है। सबसे पहले नवीद पकड़ा गया, जिसकी निशानदेही पर अन्य दो साथियों की गिरफ्तारी हुई। यह एक जैश का मॉड्यूल है और यह तीनों जैश के कैडर थे। एसएसपी ने बताया कि यह सभी छात्र हैं और दो 12वीं पास हैं। एक ग्रेजुएशन सेकेंड ईयर में है।

एसएसपी ने बताया कि ग्रेनेड हमले को अंजाम देने से एक घंटे पहले से ही यह तीनों घटना स्थल की रेकी कर रहे थे। इनका मंसूबा था सुरक्षाबलों को निशाना बनाते हुए लोगों में दहशत फैलाना। जैसे ही उन्होंने देखा कि प्रताप पार्क में तैनात जवान खाना खाने के बाद हाथ धोने गए तो उन्होंने मौका देखते हुए ग्रेनेड हमला कर दिया।

Web Title: J&K: Two modules of Lashkar and Hizb dismantled, three youths who fired grenades caught

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