झारखंड: शहीद मुन्ना यादव के अंतिम दर्शन के लिए हजारों लोग हुए एकत्रित
By भाषा | Published: May 13, 2020 04:18 AM2020-05-13T04:18:13+5:302020-05-13T04:18:13+5:30
2009 में मुन्ना यादव की बहाली सीआरपीएफ के 170 बटालियन में हुई थी।
साहिबगंज: छत्तीसगढ़ के उड़ीपाल जंगल में हुए उग्रवादी हमले में शहीद मुन्ना यादव का पार्थीव शरीर मंगलवार को जब हेलीकाप्टर से महादेवगंज में उनके गांव पहुंचा तो लॉकडाउन के बावजूद उनके अंतिम दर्शन के लिए हजारों लोगों की भीड़ एकत्रित हो गयी। लोगों ने शहीद मुन्ना अमर रहे के नारों लगाए।
इससे पूर्व शहीद मुन्ना यादव का पार्थिव शरीर हेलीकाप्टर के माध्यम से साहिबगंज मुख्यालय स्थित जैप-9’’ग्राउंड में उतारा गया।’ उपायुक्त वरुण रंजन ने महादेवगंज पहुंचकर शहीद मुन्ना यादव को श्रद्धासुमन अर्पित किए थे और परिवार को सांत्वना दी थी। उपायुक्त रंजन ने कहा कि यादव देश की रक्षा के लिए शहीद हुए और हमसब उनकी शहादत को नमन करते हैं। उन्होंने कहा कि इस दुखद की घड़ी में वह तथा सरकार शहीद के परिजनों के साथ है।
ज्ञातव्य है कि साहिबगंज जिले के यादव सोमवार छत्तीसगढ़ के उड़ीपाल जंगल क्षेत्र में उग्रवादियों के सामने डटे रहे और देश की सेवा करते हुए वो वीरगती को प्राप्त हुए थे। यादव साहिबगंज जिले के महादेवगंज के रहने वाले थे। 2009 में यादव की बहाली सीआरपीएफ के 170 बटालियन में हुई थी।
यादव के घर में पिता भुनेश्वर यादव, मां गीता देवी, पत्नी नीता देवी सहित छह वर्षीय पुत्री सोनी कुमारी व तीन वर्षीय पुत्र हैं। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। यादव की शव यात्रा के दौरान लॉकडाउन के बीच घरों की छत से भी लोगों ने हाथों में तिरंगा थामकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुनीलाल श्मशानघाट शहीद के आठ साल के भतीजे ने उन्हें मुखाग्नि दी।