झारखंड: धार्मिक आधार पर की जा रही फलों की बिक्री, राजनीति गर्मायी, पुलिस ने की कार्रवाई
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 27, 2020 12:29 AM2020-04-27T00:29:11+5:302020-04-27T00:29:11+5:30
इस दौरान थाना प्रभारी और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक भी हुई. पुलिस ने ट्वीट कर बताया है कि संबंधित दुकानदारों के विरुद्ध कदमा थाना द्वारा दंड प्रक्रिया संहिता 107 के तहत निरोधात्मक कार्रवाई की गई है.
कोरोना के जारी कहर ने अब फल-सब्जी के विक्रेताओं को भी धर्म के आधार पर बांट दिया है. शायद यही कारण है कि झारखंड के जमशेदपुर के कदमा में कई दुकानों पर विश्व हिंदू परिषद अनुमोदित फल दुकान लिखा बैनर लगाया गया था. किसी ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री का ध्यान खींचा. बस क्या था पुलिस-प्रशासन हरकत में आया और आनन-फानन में न केवल दुकानों से बैनर हटवाए गए बल्कि मुकदमे भी दर्ज किए गए. इसी के साथ भाजपा को मौका मिल गया और वह दुकानदारों के साथ खड़ी हो गई.
सबसे मजेदार बात तो यह है कि कल तक भाजपा से कटे-कटे चलने वाले अब निर्दलिए विधायक सरयू राय भी दुकानदारों के पक्ष में खड़े हो गए हैं. कदमा जमशेदपुर पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र में आता है, जहां के सरयू दो दफा विधायक रह चुके हैं. इसतरह से फल दुकानदारों पर पुलिसिया कार्रवाई से राजनीतिक तपिश बढ़ गई है. बताया जाता है कि जब थाना प्रभारी रंजीत कुमार कदमा बाजार में फल दुकान में पोस्टरों को हटवाने पहुंचे थे तो कुछ फल दुकानदार थाना प्रभारी से ही उलझ गए थे. हंगामा की सूचना मिलने पर विश्व हिंदू परिषद कदमा मंडल के अध्यक्ष दीपल विश्वास अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे. उन्होंने भी पुलिस द्वारा पोस्टर हटाने का विरोध किया.
इस दौरान थाना प्रभारी और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक भी हुई. पुलिस ने ट्वीट कर बताया है कि संबंधित दुकानदारों के विरुद्ध कदमा थाना द्वारा दंड प्रक्रिया संहिता 107 के तहत निरोधात्मक कार्रवाई की गई है. पूर्वी सिंहभूम के वरीय आरक्षी अधीक्षक (एसएसपी) अनूप बिरथरे ने कहा कि वर्तमान माहौल में ऐसा कोई काम नहीं होना चाहिए, जिससे किसी को ठेस पहुंचे. बैनर हटा दिए गए हैं. किसी भी संप्रदाय की भावना को ठेस पहुंचाने का काम होगा तो अवश्य कार्रवाई होगी.
वहीं, इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सोशल मीडिया पर इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि फल विक्रेताओं के साथ किया गया पुलिस का व्यवहार निंदनीय है. तुष्टिकरण की राजनीति के चलते अपनी आजीविका चला रहे छोटे छोटे व्यापारियों को तंग करना बंद करे राज्य सरकार. व्यापारियों पर किया गया केस भी तत्काल वापस ले, नहीं हो इस अन्याय के खिलाफ भाजपा आंदोलन करेगी.
इसतरह से कोरोना काल में फल की बिक्री पर भी प्रजाति का खतरा मंडराने लगा है. फल के जवाब में होटलों की तस्वीरें साझा की जा रही हैं, मुस्लिम होटलों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है? इसका जवाब मांगा जा रहा है.