झारखंड: सरकार ने कुख्यात नक्सलियों पर रखा इतने करोड़ का इनाम, प्रस्ताव को मिली मंजूरी
By एस पी सिन्हा | Updated: October 6, 2018 18:47 IST2018-10-06T18:47:22+5:302018-10-06T18:47:22+5:30
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झारखंड: सरकार ने कुख्यात नक्सलियों पर रखा इतने करोड़ का इनाम, प्रस्ताव को मिली मंजूरी
रांची,6 अक्टूबर:नक्सलियों के आतंक से आतंकित झारखंड की सरकार ने राज्य में सक्रिये 212 कुख्यात नक्सलियों पर एक लाख से लेकर एक करोड़ तक के इनाम राशि के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी है। नई आत्मसमर्पण नीति लागू होने के बाद फरार नक्सलियों पर इनाम घोषित करने का प्रस्ताव विशेष शाखा ने तैयार किया था। जिसे गृह विभाग को भेजा गया था अब वहां से भी मंजूरी मिल गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एक अक्टूबर को इस पर सहमति देते हुए गृह विभाग ने इनाम की राशि का ऐलान किया। जिन नक्सलियों पर पहले से इनाम घोषित थे, उनमें से कईयों के खिलाफ इनाम का नवीकरण भी किया गया। 212 नक्सलियों में भाकपा माओवादियों के पोलित ब्यूरो सदस्य प्रशांत बोस उर्फ किशन दा और मिसिर बेसरा उर्फ भास्कर पर एक करोड इनाम घोषित किया गया है।
कोल्हान इलाके में वर्तमान में सक्रिय असीम मंडल उर्फ आकाश पर पूर्व में एक करोड का इनाम था। असीम पर अब झारखंड सरकार ने सैक सदस्य बताते हुए 25 लाख का इनाम रखा है। पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप पर भी 25 लाख का इनाम था, जिसका नवीनीकरण किया गया है।
भाकपा माओवादी, पीएलएफआई, टीपीसी के 68 कैडरों के खिलाफ भी एक लाख के इनाम का ऐलान किया गया है। राज्य सरकार के संयुक्त सचिव बालकिशुन मुंडा ने डीजीपी को पत्र लिखा है कि शीर्ष फरार नक्सलियों के खिलाफ पुरस्कार राशि की घोषणा के बाद उनके खिलाफ इश्तेहार जारी करें। इनामी उग्रवादियों के मारे जाने, आत्मसमर्पण करने या गिरफ्तारी की स्थिति में तत्काल इसकी सूचना विभाग को देने का निर्देश दिया गया है।
राज्य सरकार के द्वार इनाम घोषित नक्सलियों में 25 लाख के इनामी इस प्रकार हैं- भाकपा माओवादी सैक सदस्य असीम मंडल, चमन उर्फ लंबू, पतिराम मांझी उर्फ अनल दा, साकेत उर्फ बिरसायी(अब सरेंडर), लालचंद्र हेंब्रम उर्फ अनमोल, रघुनाथ हेंब्रम उर्फ निर्भय जी, अजीत उरांव उर्फ चार्लिस, संदीप यादव, अजय महतो उर्फ टाइगर, पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप।
जबकि 15 लाख के इनामी- माओवादी रीजनल कमेट मेंबर संजय महतो, बुद्धेश्वर उरांव, सर्वजीत यादव उर्फ नवीन, छोटू खेरवार उर्फ छोटे सिंह, रमेश गंझू, कुंबा मुर्मू उर्फ मेहनत उर्फ मोछू, कृष्णा हांसदा उर्फ अविनाश, पिंटू राणा उर्फ राजेश, विनय यादव उर्फ मुराद, रामप्रसाद मार्डी, बेला सरकार, पीएलएफआई का मार्टिन केरकेट्टा, टीपीसी का आक्रमण गंझू उर्फ रवींद्र।
वहीं, 10 लाख के इनामी- जोनल कमेटी मेंबर कुंदन यादव, सुरेश सिंह मुंडा, परमजीत उर्फ सोनू, रामदयाल महतो उर्फ बच्चन, मृत्युंजय जी बलराम उरांव, रवींद्र गंझू, सहदेव उर्फ ताला, कंचन तुरी दीपक यादव, विवेक यादव, छोटेलाल यादव बीरबल यादव उर्फ कलिका जी, मुनेश्वर गंझू, अमित मुंडा, महराज प्रमाणिक, जीवन कंडुलना, सुधीर किस्कू, अरविंद भूईंया, नितेश यादव, मनोहर गंझू, प्रशांत मांझी उर्फ छोटका, भूषण यादव, नीरज सिंह खेरवार, साहेबराम मांझी, संतोष यादव, पीएलएफआई उग्रवादी तिलकेश्वर गोप, गज्जू गोप , भीखन गंझू, आरिफ जी उर्फ शशिकांत, जेजेएमपी का पप्पू लोहरा शामिल हैं।
उसी तरह 5 लाख के इनामी- भाकपा माओवादी सब जोनल कमांडर नुनूचंद महतो, रंथू उरांव, शीतल मोची, चंद्रभान पाहन, रामप्रसाद यादव, मुखदेव यादव, अभिजीत यादव, अघून गंझू, उमेश्वर यादव, गुलशन सिंह मुंडा, प्रदीप सिंह खेरवार, प्रदीप स्वांसी, जयंति उर्फ रेखा, रोहन गंझू, प्रभात मुंडा सहदेव यादव, गोदराय यादव, विनोद दास, ननकुरिया उर्फ नंदकिशोर, सीताराम रजवार, चंदन सिंह खेरवार, बोयदा पाहन, जीतराय मुंडा, दशरथ उरांव, गोपाल गंझू, रवींद्र देहरी, नंदकिशोर भूईंया, शिवपूजन यादव, बीरबल उरांव, जगेश्वर पाल, बूढा ब्यास, सीता भूईंया, जेजेएमपी का रवींद्र यादव, गुड्डन सिंह, लवलेश गंझू, टीपीसी के सौरभ गंझू, अजय यादव, महेंद्र सिंह खेरवार नक्सली शामिल हैं।