झारखंड: सरकारी विद्यालय की नौवीं की छात्रा हुई गर्भवती, आनन फानन कराया गया गर्भपात, मचा हड़कंप

By एस पी सिन्हा | Updated: January 30, 2020 05:44 IST2020-01-30T05:44:56+5:302020-01-30T05:44:56+5:30

झारखंड के गढवा जिले के एक प्रखंड में कांडी स्थित संचालित एक सरकारी आवासीय बालिका विद्यालय की नौवीं की छात्रा के गर्भवती होने का मामला प्रकाश में आया है. इसकी जानकारी मिलने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.

Jharkhand: ninth student of govt school gets pregnant, had an abortion done in a hurry | झारखंड: सरकारी विद्यालय की नौवीं की छात्रा हुई गर्भवती, आनन फानन कराया गया गर्भपात, मचा हड़कंप

तस्वीर का इस्तेमाल केवल प्रतीकात्मक तौर पर किया गया है। (फाइल फोटो)

Highlightsझारखंड के गढवा जिले के एक प्रखंड में कांडी स्थित संचालित एक सरकारी आवासीय बालिका विद्यालय की नौवीं की छात्रा के गर्भवती होने का मामला प्रकाश में आया है.इसकी जानकारी मिलने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. इसके बाद छात्रा का गर्भपात कराने का मामला सामने आया है.

झारखंड के गढवा जिले के एक प्रखंड में कांडी स्थित संचालित एक सरकारी आवासीय बालिका विद्यालय की नौवीं की छात्रा के गर्भवती होने का मामला प्रकाश में आया है. इसकी जानकारी मिलने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. इसके बाद छात्रा का गर्भपात कराने का मामला सामने आया है. मामले की जांच के लिए उपायुक्त के निर्देश पर तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की गई है. जिला शिक्षा पदाधिकारी आरपी मंडल ने इस घटना की पुष्टि करते हुए इसकी जांच कराने की बात कही है. मामले का खुलासा होने के बाद स्‍कूल की वार्डन छुट्टी पर चली गई हैं.

प्राप्त जानकारी के अनुसार विभागीय अधिकारी अपने स्तर से मामले की जांच में जुटे हैं. लेकिन कुछ भी बताने से बच रहे हैं, जिससे मामले की लीपापोती की आशंका जताई जा रही है. इस सिलसिले में अब तक कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है. हालांकि कांडी थाने की पुलिस और सीडब्ल्यूसी की टीम ने पीड़िता के घर पहुंचकर मामले की छानबीन करने की कोशिश की. लेकिन पीड़िता और परिजन घर पर नहीं मिले.

जानकारी के अनुसार बालिका आवासीय विद्यालय की नौवीं की छात्रा छुट्टी बिताने के बाद घर से विद्यालय लौटी. उसने अपनी कुछ सहेलियों को गर्भवती होने की जानकारी दी. इसकी जानकारी विद्यालय की कुछ और छात्राओं को मिली इसके बाद से अक्सर लड़कियां इसे देखकर हंसा करती थीं. इन लड़कियों की इस हरकत पर स्कूल की वार्डेन चंद्रावती सिंह की जब नजर पड़ी तो उन्होंने लड़कियों से हंसने का कारण पूछा. लड़कियों ने पहले तो वार्डेन को कुछ बताने से इंकार किया, लेकिन जब वार्डेन ने सख्ती बरती तो लड़कि‍यों ने उस लड़की के गर्भवती होने की बात बताई. इसके बाद वार्डेन ने कीट मंगाकर जब लड़की की प्रेगनेंसी की जांच कराई तो उसमें लड़की के गर्भवती होने की पुष्टि हुई.

इसके बाद वार्डन ने 18 जनवरी को जिला शिक्षा पदाधिकारी आरपी मंडल तथा जिला शिक्षा अधीक्षक अखिलेश चौधरी को पत्र लिखकर इसकी सूचना दी. हालांकि स्कूल प्रबंधन समिति की अध्यक्ष अनिता देवी का कहना है कि इस मामले में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. स्कूल की तरफ से भी कोई सूचना नहीं दी गई है. गांव के मुखिया प्रतिनिधि गफुर अंसारी का कहना है कि एक छात्रा के गर्भवती होने का मामला सामने आया है. मामले की छानबीन जारी है. जिला शिक्षा पदाधिकारी रामनन्दन मंडल का कहना है कि स्कूल से छात्राएं घर भी जाती हैं. ऐसे में हर एंगल से मामले की छानबीन जारी है.

वहीं, टीम ने सोमवार की शाम विद्यालय जाकर मामले की जानकारी ली जानकारी के अनुसार, 18 जनवरी को शिक्षकों को छात्रा का शरीर देखकर आशंका हुई, तो अभिभावकों को इसकी जानकारी दी गयी. इस संबंध में पत्र लिखकर विभाग के वरीय अधिकारियों को अवगत कराया.
  
सूचना मिलने के बाद अभिभावक विद्यालय पहुंचे और छात्रा को अपने साथ ले जाकर गर्भपात कराया. सूत्रों का कहना है कि छात्रा के गर्भपात के लिए जिला मुख्यालय के नर्सिंग होम से अभिभावकों ने संपर्क किया था. मामला उजागर होने के कारण कोई गर्भपात करने को तैयार नहीं हुआ. इसके बाद अभिभावकों ने केतार स्थित निजी चिकित्सक से गर्भपात कराया. 

बताया जाता है कि छात्रा करीब छह माह की गर्भवती थी  टीम यह भी जांच कर रही है कि छात्रा स्कूल में रहने के दौरान गर्भवती हुई या अवकाश के दौरान घर जाने पर? उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व भी इसी जिले के दूसरे सरकारी आवासीय विद्यालय की एक छात्रा के मां बनने का मामला सामने आया था. इस मामले में पांच लोगों को नामजद किया गया है और तीन की गिरफ्तारी हो चुकी है. 

वहीं, उपायुक्त हर्ष मंगला ने बताया कि बीइइओ को स्कूल का निरीक्षण एवं संबंधित छात्रा व अभिभावक से पूछताछ करने का निर्देश दिया गया है. उनके द्वारा मौखिक रूप से प्राथमिक स्थिति की जानकारी दे दी गई है. अभिभावक का फोन नंबर भी सीडब्ल्यूसी को उपलब्ध कराने का निर्देश समाज कल्याण पदाधिकारी को दिया है ताकि छात्रा या अभिभावक का बयान दर्ज कराया जा सके. उन्होंने कहा कि बीइइओ ने अभिभावकों से छात्रा की मेडिकल जांच करवाने का भी आग्रह किया है. उपायुक्त ने बताया कि बालिका या अभिभावक के बयान पर दोषियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. 

इसबीच हैरत की बात यह सामने आई है कि जब वार्डेन ने इसकी जानकारी अपने विभाग के वरीय अधिकारियों को दी तो उन्होंने इसके लिए वार्डेन को ही फटकार लगाया. इसके बाद वार्डेन ने उक्त लड़की के अभिभावक को बुलाकर उसे सौंपते हुए घर भेज दिया है. 

इधर विभाग से दबाव बनता देख वार्डेन फिलहाल अवकाश पर चली गई है. साथ ही अपना मोबाइल भी बंद कर रखा है. शिक्षा विभाग के सर्व शिक्षा अभियान के एपीओ राकेश पांडेय, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी भवनाथपुर राकेश कुमार तथा गढवा एक की प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी रंभा चौबे घटना की जांच के लिए स्कूल गए. लेकिन उनकी मुलाकात न तो छात्रा और ना ही स्कूल की वार्डेन से ही हो सकी. 

उधर, गढव जिले में ही कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय भंडरिया में पढ़ने वाली सातवीं कक्षा के छात्रा संध्या कुमारी (13 साल) की संदिग्धावस्था में हुई मौत को हत्या बताया गया है. इस संबंध में छात्रा की मां बडगड प्रखंड के चपिया मदगडी निवासी विमला देवी ने उपायुक्त को आवेदन देकर तत्कालीन वार्डन के ऊपर कार्रवाई करने व मामले की गहराई से जांच करने की मांग की है.

छात्रा की मां ने आरोप लगाया है कि पिछले साल 2019 में त्योहारों की छुट्टी के बाद उसकी लड़की संध्या कुमारी चार नवंबर को कस्तूरबा विद्यालय में पढ़ने के लिए गई थी,  पांच नवंबर की शाम को उसकी पुत्री की मौत हो गई. उसने कहा कि विद्यालय की वार्डन ने उसे दूरभाष से सूचना दी थी कि उसकी लड़की की तबीयत ज्यादा खराब है. जब वार्डन के कहे अनुसार वह भंडरिया अस्पताल पहुंची तो वहां बताया गया कि उसे गढवा सदर अस्पताल भेज दिया गया है. जब वह सदर अस्पताल आई तो यहां चिकित्सकों ने बताया कि उसकी पुत्री मर चुकी है.

उसने कहा कि उसकी पुत्री को किसी प्रकार की कोई बीमारी भी नहीं थी. उन्होंने आरोप लगाया है कि उसकी पुत्री हमेशा कहा करती थी कि वार्डेन उसे परेशान करती है और विद्यालय से निकाल देने की धमकी देती है. उसने बताया कि इस मामले को लेकर वह भंडरिया थाना भी गई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं की गयी है. उन्होंने कहा कि इस मामले की गहराई से उच्चस्तरीय जांच कर दोषी कस्तूरबा कर्मियों पर कार्रवाई करने व सच्चाई को सामने लाने की मांग की है. आवेदन के आलोक में उपायुक्त ने इस मामले में कार्रवाई व जांच के लिए रंका एसडीओ संजय पांडेय को निर्देशित किया गया है़ 

इधर, इस संबंध में तत्कालीन वार्डेन आशा तिग्गा ने बताया कि इस मामले में वह पूरी तरह से निर्दोष है. कहीं से भी यह हत्या का मामला नहीं है. छात्रा की मौत से संबंधित जो अंत्यपरीक्षण रिपोर्ट है, उसके अनुसार दस्त की वजह से उसकी मौत हुई है. इस संबंध में रंका एसडीओ संजय पांडेय ने बताया कि इस मामले की जांच प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया गया है.  वहां से अभी तक जांच रिपोर्ट उन्हें प्राप्त नहीं हुई है. इस बात की भी जांच की जा रही है कि कहीं लड़की के साथ गलत करने के बाद उसे मारा तो नही गया? फिलहाल मामले की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
 

Web Title: Jharkhand: ninth student of govt school gets pregnant, had an abortion done in a hurry

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