झारखंड के इस जिले में कोरोना के नाम पर हजारों जानवरों की दे दी गई बलि, आखिर क्यों?
By पल्लवी कुमारी | Published: June 11, 2020 11:53 AM2020-06-11T11:53:05+5:302020-06-11T11:53:05+5:30
भारत में पिछले 24घंटों में COVID-19 के सबसे ज़्यादा 9,996 मामले सामने आए, 357 मौतें हुईं। अब कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 2,86,579 है और 8,102 लोगों की मौत हुई है।
![jharkhand koderma Slaughter animals due to blind faith that this will help to protect Coronavirus | झारखंड के इस जिले में कोरोना के नाम पर हजारों जानवरों की दे दी गई बलि, आखिर क्यों? jharkhand koderma Slaughter animals due to blind faith that this will help to protect Coronavirus | झारखंड के इस जिले में कोरोना के नाम पर हजारों जानवरों की दे दी गई बलि, आखिर क्यों?](https://d3pc1xvrcw35tl.cloudfront.net/sm/images/420x315/bali_202006166299.jpg)
प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:झारखंड के कोडरमा जिले में कोरोना वायरस से बचने के लिए हजारों जानवरों की बलि दे दी गई है। इन जानवरों में मुर्गे और बकरे शामिल हैं। लोगों का मानना है कि ऐसा करने से उनके इलाके और गांव में कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा। मामला कोडरमा जिले के चंदवारा थाना क्षेत्र के उरवा पंचायत का है। जहां कोरोना लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के निर्देशों की जमकर धज्जियां उड़ाते हुए हजारों बकरों और मुर्गों की बलि चढ़ा दी गई है। सिर्फ कल (10 जून) को वहां एक साथ 400 बकरों की बलि दे दी गई है। ये सब कोरोना वायरस से बचने के लिए अंधविश्वास में किया गया है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कोडरमा के उरवा गांव में स्थित देवी मंदिर में बुधवार (10 जून) सुबह से आस्था और अंधविश्वास का यह खेल चल रहा है। मंदिर में कोरोना भगाने के लिए हवन पूजा और आरती भी की जा रही है। महिलाएं भजन गा रही हैं। पहले तो गांव के लोगों ने मुर्गे की बलि देनी शुरू की लेकिन धीरे-धीरे बकरों की बलि दी जाने लगी।
सोशल मीडिया पर भी लोगों ने इस खबर के बारे में लोग जिक्र कर रहे हैं।
कोडरमा के देवी मंदिर में कोरोना से बचने के नाम पर 400 मासूम बकरों की बलि दे दी गयी,अब कहाँ तथाकथित पशुप्रेमी?
— Gulista Anjum (@IAmGulista) June 10, 2020
आपकी दोगली भावना आहत हुई या नही? pic.twitter.com/ItEvcCaiTz
कोरोना को भगाने के लिए कोडरमा में दे दी 400 बकरों की बलि
— VISHWA JAIN SANGATHAN (@vishwajains) June 10, 2020
क्या हथिनी, सियार, बकरों के प्राणों में फर्क है?
चंदवारा प्रखंड में ग्राम उरवां स्थित देवी मंदिर में आस्था के नाम पर आडंबर का खेल जमकर चल रहा है। मुर्गे की बलि के बाद 400 बकरों की बलि दी गयी?https://t.co/zsFFBbYywq
झारखंड के कोडरमा जिले में कोरोना को भगाने के लिए सैकड़ों बकरे की दे दी गई बलि । न किसी के चेहरे पर मास्क न शारीरिक दूरी का पालन और अंधविश्वास के नाम पर बेजुबानों की बलि दे दी गई । धार्मिक स्थल पूर्णतया बंद है तब पूजा-अर्चना के लिए मंदिर में कैसे जुट गये इतने लोग #Jharkhandpic.twitter.com/02oMKbSENR
— Sohan singh (@sohansingh05) June 10, 2020
पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि ने कहा- हर साल परंपरा के नाम पर दी जाती है बलि
आजतक से बात करते हुए पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि वीरेंद्र पासवान कहा, हर साल गांव में इस परंपरा को किया जाता है। गांव में इसी वक्त हर साल परंपरा के नाम पर बकरों की बलि दी जाती है।
कुछ दिनों पहले बिहार में हो रही थी 'कोरोना माई' की पूजा
बिहार में कुछ जगह पर महिलाएं कोरोना माई की पूजा भी कर रही हैं। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। हफ्ते भर पहले बिहार के बक्सर में कोरोना माई की पूजा करने के लिए गंगा किनारे महिलाओं की भीड़ देखी गई थी। कोरोना बीमारी को बिहार की औरतों ने 'कोरोना माई' का नाम दिया है।
सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इससे जुड़ा वीडियो शेयर किया है। वीडियो में महिलाओं को कोरोना माई की पूजा करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में कई महिलाओं ने कहा भी है कि लोग ऐसा कर रहे हैं इसलिए वह भी ऐसा कर रही हैं। हालांकि ये अंधविश्वास कहां से शुरू हुई इसका पता नहीं चल पाया है।
बिहार में महिलाओं के लिए कोरोना वायरस नहीं , कोरोना माई ( देवी ) हो गई है। पूजा करने से ही भागेगा कोरोना !! क्या ऐसी जागरुकता के बल बूते ही कोरोना से जंग जीतेगें ? बिहार सरकार सिर्फ अपनी चुनावी प्रचार में व्यस्त है ?@yadavtejashwi@AAPBihar@INCBiharpic.twitter.com/n1EfZxLQQH
— भारत लाइव टूडे Bharat Live Today (@bharatlivetoday) June 4, 2020
महिलाएं गंगा में स्नान के बाद 9 मिठाई, नौ गुड़हल का फूल, 9 लौंग, 9 अगरबत्ती से पूजा करती हैं। पूजा खत्म होने के बाद इस सारी चीजों को जमीन में गाड़ दिया जाता है।
झारखंड में कोरोना वायरस के ताजा अपडेट
झारखंड में कोरोना वायरस के 1489 मामले हैं। राज्य में कोविड-19 से 8 लोगों की मोत हुई है। 889 एक्टिव केस हैं और 592 लोग ठीक हो चुके हैं। झारखंड में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 135 नए मामले सामने आए हैं। राज्य में कुल संक्रमितों में से 1186 प्रवासी मजदूर हैं जो देश के विभिन्न भागों से अपने घरों को लौटे हैं। पिछले 24 घंटों में प्रयोगशालाओं में कुल 2072 नमूनों की जांच हुई जिनमें 135 संक्रमित पाए गए।
(नोट- बता दें कि कोरोना वायरस एक महामारी है, जिसका इलाज सिर्फ वैक्सीन और दवा ही हो सकती है। दुनियाभर के डॉक्टर और वैज्ञानिक इस पर रिसर्च में लगे हुए हैं। लोकमत न्यूज हिंदी किसी भी तरह से इस तरह के अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देता है।)