झारखंड विधानसभाः चार भाजपा विधायकों का निलंबन वापस, मानसून सत्र तय अवधि से पहले ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
By एस पी सिन्हा | Published: August 4, 2022 06:04 PM2022-08-04T18:04:16+5:302022-08-04T18:07:31+5:30
Jharkhand Assembly: भाजपा ने महिला पुलिस अधिकारी संध्या टोपनो के लिए न्याय को लेकर नारे लगाए और मामले की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की.
रांचीः झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र तय अवधि से पहले ही आज एक दिन पहले ही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया. सत्र का आज पांचवें दिन भी विपक्ष का प्रदर्शन जारी रहा. सदन के बाहर भाजपा विधायकों ने विरोध प्रदर्शन किया.
विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने बृहस्पतिवार को मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चार विधायकों का निलंबन वापस ले लिया. इस दौरान वे गौ हत्या बंद करो और गौ तस्करों को संरक्षण देना बंद करो का बैनर हाथों में लिए हुए थे. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष कार्यालय का उन्होंने घेराव किया.
इस दौरान वे विधानसभा अध्यक्ष को कार्यालय से बाहर नहीं निकलने देने की कोशिश कर रहे थे. विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो ने भाजपा के चारों विधायकों का निलंबन वापस ले लिया. इनमें भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही, ढुल्लू महतो, जयप्रकाश पटेल और रणधीर सिंह शामिल हैं.
वहीं, सदन की कार्वायही शुरू होने से पहले भाजपा विधायकों ने आज विधानसभा अध्यक्ष रविन्द्र नाथ महतो के चैम्बर के बाहर धरना पर बैठे विधायकों ने नारे लगाये और निलंबित विधायकों को न्याय देने की मांग की थी. वहीं सदन को अनिश्चित काल तक के लिए स्थगित करने की घोषणा करते हुए विधानसभा अध्यक्ष रविन्द्र नाथ महतो ने कहा कि लोकतंत्र की मर्यादा को बनाये रखने के लिए और जो बार-बार ऐसे सदन की कार्यवाही में व्यवधान पैदा किया जा रहा था, ऐसे में सदन की गरिमा को बचाये रखने के लिए अनिश्चितकाल के लिए सदन को स्थगित कर किया जा रहा है.
विधानसभा का मानसून सत्र 29 जुलाई को शुरू हुआ था और यह 6 अगस्त तक चलने वाला था. दरअसल 2 अगस्त को 4 भाजपा के विधायकों के सदन से निलंबन के बाद से सत्तापक्ष और विपक्ष में इस मामले को लेकर बयानबाजी हुई, जिसके केंद्र में विधानसभा अध्यक्ष रहे. भाजपा विधायकों के निलंबन के बाद भी विधानसभा अध्यक्ष ने खुद इसको लेकर दुःख जताया और कहा कि वो ऐसा नहीं करना चाह रहे थे.
बता दें कि झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान मंगलवार को सदन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस्तीफे की मांग को लेकर विपक्ष ने जबर्दस्त हंगामा किया था. इसके बाद भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही, ढुल्लू महतो, जयप्रकाश पटेल और रणधीर सिंह चार अगस्त तक निलंबित किए गए थे. उस दौरान सदन में हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा था.