कांग्रेस ने टीएमसी को दिया झटका, झालदा नगरपालिका छीना, दो निर्दलीय पार्षद ने किया समर्थन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 21, 2022 10:35 PM2022-11-21T22:35:42+5:302022-11-21T22:37:04+5:30
टीएमसी शासित निकाय बोर्ड के प्रमुख सुरेश अग्रवाल के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव में सात पार्षदों (कांग्रेस ने पांच, दो निर्दलीय) ने सोमवार को प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया।
कोलकाताः सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को झटका देते हुए कांग्रेस ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले की झालदा नगरपालिका को तृणमूल कांग्रेस से छीन लिया। बारह सदस्यीय झालदा नगरपालिका में कांग्रेस के पांच, टीएमसी के पांच और दो निर्दलीय पार्षद हैं।
टीएमसी शासित निकाय बोर्ड के प्रमुख सुरेश अग्रवाल के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव में सात पार्षदों (कांग्रेस ने पांच, दो निर्दलीय) ने सोमवार को प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। टीएमसी के पांचों पार्षदों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। झालदा में आठ महीने पहले निकाय चुनाव हुआ था जिसमें टीएमसी और कांग्रेस दोनों को पांच-पांच सीट मिली थीं।
टीएमसी ने तब दो निर्दलीयों के समर्थन से निकाय पर कब्जा कर लिया था। हालांकि, जीत के बाद टीएमसी में शामिल हुए एक निर्दलीय ने अक्टूबर की शुरुआत में पार्टी छोड़ दी थी और कांग्रेस के प्रति अपनी वफादारी का संकल्प लिया था। इसके बाद छह पार्षदों ने अग्रवाल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया।
पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अधीर चौधरी ने कहा कि इस जीत से पुरुलिया सहित पूरे राज्य में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा और पंचायत चुनावों पर इसका ‘‘प्रभाव’’ पड़ेगा। टीएमसी नेता सुरेश अग्रवाल ने कहा कि पार्टी घटनाक्रम के पीछे के कारणों का मूल्यांकन करेगी और सुधारात्मक कार्रवाई करेगी।