मध्य प्रदेशः कांग्रेस ने उपचुनाव में प्रदेश के नौ मंत्रियों को लगाया, बीजेपी ने कहा- यही है हमारी ताकत
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: October 4, 2019 19:52 IST2019-10-04T19:52:39+5:302019-10-04T19:52:39+5:30
झाबुआ उपचुनावः भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार के मंत्री और कांग्रेस नेता कुछ भी बोलते रहते हैं, कोई रोक नहीं है. यह पता ही नहीं चलता है कि इनके मंत्रियों को कंट्रोल कौन कर रहा है.

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मध्य प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि झाबुआ उपचुनाव में सरकार के नौ मंत्री लगे हुए हैं, यही भारतीय जनता पार्टी की ताकत है. मुख्यमंत्री एवं मंत्री जितनी बार जनता के सामने आएंगे, उतनी बार जनता को यह याद दिलाएंगे कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश की जनता से जो वादे किए थे, उनमें से एक भी पूरा नहीं किया. ना तो किसानों का कर्जामाफ हुआ न युवाओं को बेरोजगारी भत्ता मिला.
सिंह ने यह बात झाबुआ में उपचुनाव के लिए आयोजित किए भाजपा के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने आदिवासियों के साथ अन्याय किया.
उन्होंने कहा कि गरीब जनता के हित के लिए जितनी योजनाएं भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने शुरू की थी, उन सभी योजनाओं को बंद कर दिया. उसके कारण जनता में सरकार के प्रति भारी असंतोष है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह लगता है कि मैनेजेमेंट के आधार पर खरीद- फरोख्त करते हुए झाबुआ का उपचुनाव जीत जाएंगे, तो यह उसका भ्रम है. जनता कांग्रेस सरकार की सच्चाई को जान चुकी है और कांग्रेस को सबक सिखाने के लिए कमर कस चुकी है. सिंह ने उपचुनाव की तैयारियों का जायजा लेते हुए कार्यकर्ताओं को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए.
मंत्रियों पर किसी का नहीं है कंट्रोल
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार के मंत्री और कांग्रेस नेता कुछ भी बोलते रहते हैं, कोई रोक नहीं है. यह पता ही नहीं चलता है कि इनके मंत्रियों को कंट्रोल कौन कर रहा है. मुख्यमंत्री का अपने मंत्रियों पर कोई कंट्रोल कहीं नहीं है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार अपने तमाम हथकंडों का सहारा लेकर चुनाव जीतना चाहती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह जानबूझकर सुर्खियों में रहने के लिए आतंकवादियों को जी कहते हैं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के प्रति उनका अनुग्रह और जो अनुराग है, इससे दिग्विजय सिंह क्या साबित करना चाहते हैं.