बिहार में चुनाव नजदीक आते ही सियासी पारा भी चढ़ने लगा है। राजद के नेता तेजस्वी यादवबिहार में बेरोजगारी को लेकर सरकार को घेरने के लिए एक यात्रा निकाल रहे हैं। इसी बीच जदयू विधायक ने अपने ही सरकार के खिलाफ बेरोजगारी को लेकर हमला बोल दिया है। वहीं, एक दूसरे विधायक ने नाम लिए बिना केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को बेरोजगारी के लिए जिम्मेदार बताने का प्रयास किया है।
दरअसल, विधायक अमरनाथ गामी ने कहा है कि बिहार में बेरोज़गारी है वरना लोग राज्य छोड़कर नहीं जाते। तेजस्वी (यादव) जी 'बेरोज़गारी हटाओ यात्रा' निकाल रहे हैं, लेकिन सिर्फ उससे मदद नहीं मिलेगी। इसके साथ ही नरेंद्र मोदी सरकार पर जिम्मेदारी देते हुए विधायक ने कहा कि केंद्र सरकार की मदद के बिना बेरोज़गारी को हटाना मुमकिन नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार की किसी सरकार ने बेरोज़गारी को फोकस में रखकर काम नहीं किया।
इस तरह साफ है कि अमरनाथ गामी ने नीतीश सरकार को भी बेरोजगारी के लिए जिम्मेदार माना है। इसके साथ ही विधायक ने कहा है कि केंद्र की सरकार ने बिहार में रोजगार देने के लिए कुछ खास नहीं किया है।
वहीं, एक अन्य जदयू एमएलसी जावेद इकबाल अंसारी ने कहा कि विपक्षी नेता 'बिरोजगारी हटाओ यात्रा' निकाल रहे हैं। पिछले 10-15 वर्षों में बेरोजगारी के कारण बिहार से पलायन बढ़ा है, लोग दूसरे राज्यों में काम करने के लिए जाते हैं लेकिन अपमानित होते हैं। जो भी युवाओं के भविष्य के लिए सड़कों पर उतरता है, उसकी सराहना की जानी चाहिए।
दरअसल, इन दिनों बिहार में वाम नेता कन्हैया कुमार सीएए-एनआरसी व एनपीआर के खिलाफ जन-गण-मण यात्रा कर रहे हैं। इसके साथ ही कन्हैया बेरोजगारी को लेकर भी अपनी यात्रा में सरकार को घेर रहे हैं। वहीं, राजद नेता तेजस्वी यादव ने हालही घोषणा की है कि वह युवाओं के लिए नौकरी की मांग को लेकर पूरे राज्य में यात्रा करेंगे।
बिहार में विधानसभा चुनाव इस वर्ष के अंत में होने वाले हैं और तेजस्वी यादव की नजर संभवत: विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में राजद का वोट आधार विस्तार करने पर है। यह यात्रा पांच सप्ताह चलने वाले विधानसभा सत्र के दौरान भी जारी रहेगी। ऐसे में सरकार के खिलाफ लोगों में रोजगार आदि मुद्दे पर एक स्पष्ट संकेत जा सकता है।