जयललिता की मौत पर अपोलो का बड़ा खुलासा, 'अस्पताल आने से पहले ही रुक चुकी थी सांसें'
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: December 16, 2017 08:57 IST2017-12-16T07:57:11+5:302017-12-16T08:57:42+5:30
अपोलो अस्पताल की वाइस प्रेसिडेंट डॉ प्रीता रेड्डी ने नई दिल्ली में एक प्राइवेट टीवी चैनल से बातचीत के दौरान बताया।

जयललिता की मौत पर अपोलो का बड़ा खुलासा, 'अस्पताल आने से पहले ही रुक चुकी थी सांसें'
तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता की मौत को लेकर अपोलो अस्पताल के बड़े अधिकारी ने किया बड़ा खुलासा।
उन्होंने ने बताया कि तमिलनाडु की जयललिता को पिछले साल 22 सितंबर को जब अस्पताल लाया गया था तो उनकी 'सांस नहीं चल रही थी', उपचार के दौरान उनके साथ वही लोग थे, जिनके नामों की उन्होंने मंजूरी दी थी। AIADMK सुप्रीमो 75 दिन अस्पताल में रहीं। इसके बाद पांच दिसंबर को उनका निधन हो गया।
अपोलो अस्पताल की वाइस प्रेसिडेंट डॉ प्रीता रेड्डी ने नई दिल्ली में एक प्राइवेट टीवी चैनल से बातचीत के दौरान बताया, ''जब जयललिता को अस्पताल लाया गया था, तो उनकी सांसें नहीं चल रही थीं। इसके बाद उनका उचित इलाज किया गया और उनकी स्थिति बेहतर हुई। ''
रेड्डी ने कहा की आखिरकार दुर्भाग्यवश वही हुआ, जो कोई नहीं चाहता था। वह कुछ ऐसा था, जिस पर किसी का वश नहीं था। उनकी मौत की परिस्थितियों को लेकर कुछ लोगों की ओर से सवाल खड़े किए जाने से जुड़े एक अन्य सवाल के जवाब में बताया कि अस्पताल ने नई दिल्ली और विदेश के सर्वश्रेष्ठ चिकित्सकों से उनका उपचार करवाया।
बातचीत के दौरान जब उनसे सवाल किया गया कि क्या फिंगरप्रिंट लेने के समय जयललिता को यह बताया गया था कि उनकी उंगली के निशान लिए जा रहे हैं, तो इसपर रेड्डी ने कहा, ''मैं इस सवाल का जवाब नहीं दे सकती, क्योंकि मैं तब उनके बेड के पास नहीं थी। '' यह आरोप लगाया जाता है कि तब उपचुनावों में AIADMK के उम्मीदवार तय किए जाने वाले दस्तावेजों पर जयललिता की उंगलियों के निशान लिए गए।