जम्मू-कश्मीरः शोपियां में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में मार गिराए तीन आतंकवादी, सर्च ऑपरेशन जारी
By रामदीप मिश्रा | Published: June 16, 2020 07:01 AM2020-06-16T07:01:32+5:302020-06-16T07:01:32+5:30
Jammu Kashmir: शोपियां के तुर्कवांगम इलाके में सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के बाद इलाके को घेर लिया और वहां तलाश अभियान चलाया। इसी दौरान मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों को मार गिराया है।
श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर के शोपियां में मंगलवार की सुबह सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। उन्होंने आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन आतंकी मार गिराए हैं। अभी तक मारे गए आतंकवादियों की पहचान नहीं हो सकी है। फिलहाल सर्च ऑपरेशन चल रहा है। सुरक्षबलों को शक है कि इलाके में और आतंकवादी हो सकते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, शोपियां के तुर्कवांगम इलाके में सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के बाद इलाके को घेर लिया और वहां तलाश अभियान चलाया। इसी दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की और सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की। इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।
इससे पहले 13 जून को जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए थे। वहीं, इसी दिन बांदीपोरा जिले में सुरक्षाबलों ने एक आईईडी बरामद कर उसे निष्क्रिय किया था। यह विस्फोट सुरक्षाबलों के वाहनों के काफिलों को नुकसान पहुंचाने के मकसद से लगाया गया था। एरिन नदी के पुल के पास मिले इस आईईडी में एक छोटा गैस सिलेंडर और एक टाइमर लगाया गया था।
#UPDATE Jammu and Kashmir: Three unidentified terrorists eliminated in the encounter that started at Turkwangam area of Shopian. Search operation underway. https://t.co/1aps5PSv3t
— ANI (@ANI) June 16, 2020
वहीं, सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे कह चुके हैं कि जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों को हाल ही में बहुत सफलताएं मिली हैं और वहां लोग आतंकवाद से तंग आ गए हैं तथा सामान्य स्थिति लौटते देखना चाहते हैं। पिछले एक सप्ताह या दस दिन में बहुत सफलताएं अर्जित की हैं। पिछले 10-15 दिन में ही वहां 15 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया गया।
उन्होंने कहा था यह सब केंद्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में तैनात सभी सुरक्षाबलों के बीच करीबी सहयोग तथा समन्वय के कारण हुआ है। हाल ही में अंजाम दिए गए अधिकतर आतंकवाद निरोधक अभियान स्थानीय लोगों की सूचनाओं पर आधारित थे जो इस बात का संकेत है कि वे आतंकवाद से तंग आ गए हैं और घाटी में सामान्य स्थिति लौटते देखना चाहते हैं।