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Jammu Kashmir: कश्मीर से इस साल गायब हुए लोगों में अब तक 87 आतंकी बनकर लौटे, 60 युवा अब भी लापता!

By सुरेश एस डुग्गर | Updated: August 31, 2021 18:50 IST

Jammu Kashmir: कश्मीर के मोर्चे से ये खबरें चौंकाने और दहशत भरने वाली कही जा सकती हैं कि अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद एलओसी से सटे पाक सेना के लांचिंग पैडों पर आतंकी आ डटे हैं जिन्हें पाक सेना इस ओर धकेलने को उतावली दिख रही है.

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Jammu Kashmir: कश्मीर के मोर्चे से ये खबरें चौंकाने और दहशत भरने वाली कही जा सकती हैं कि अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद एलओसी से सटे पाक सेना के लांचिंग पैडों पर आतंकी आ डटे हैं जिन्हें पाक सेना इस ओर धकेलने को उतावली दिख रही है. इसके साथ ही कश्मीर में अभी भी आतंकी बनने के ट्रेंड ने सभी को चिंता में डाला हुआ है. इस साल अभी तक 87 के आतंकी बनने की खबर है जबकि 60 अन्य लापता बताए जा रहे हैं.

सबसे नींद उड़ाने वाली खबर यह है कि प्रदेश के करीब 60 युवा अचानक से गायब हैं. एजेंसियों को शक है कि ये युवा आतंकी समूहों के बहकावे में आ गए हैं या आ सकते हैं. जम्मू कश्मीर से 

गायब कम से कम 60 युवाओं के घर से जो सूचना एजेंसियों ने एकत्र की है, उसके मुताबिक अधिकतर कोई न कोई बहाना बनाकर घर से निकले हैं. इन लोगों ने काम से जाने या काम ढूंढ़ने का बहाना बनाकर घर छोड़ा है.

कश्मीर के एक सीनियर पुलिस अफसर कहते हैं कि इतनी बड़ी संख्या में युवकों के गायब होने से चिंता बढ़ गई है. हम इन भटके या बहकावे में आए युवकों से अपील कर रहे हैं कि वे हिंसा का रास्ता न अख्तियार करें और मुख्यधारा में लौटें.

जबकि जम्मू कश्मीर को लेकर चिंता इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि बीते एक महीने में ट्रेंड बदला है और जो घाटी बीते कुछ सालों से शांत थी, वहां एक महीने में हिंसा की घटनाएं बढ़ गई हैं. इसे अफगानिस्तान में तालिबान का राज स्थापित होने से भी जोड़कर देखा जा रहा है.

दूसरी ओर सेना अधिकारियों का कहना है कि लांच पैड्स पर आतंकी गतिविधियां बढ़ गई हैं, जिसमें पाकिस्तान से सीजफायर के बाद से ही कमी देखी जा रही थी. एजेंसियों का कहना है कि कम से कम 300 आतंकियों ने एक बार फिर से एलओसी के आसपास कैंपों में कब्जा जमा लिया है. सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि हम अलर्ट पर हैं और हालात से निपटने को तैयार हैं.

पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों ने भारत में घुसपैठ के प्रयास बढ़ा दिए हैं. अफगानिस्तान के घटनाक्रमों के बीच इन संगठनों ने अपने आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराने की कोशिशें तेज कर दी हैं.

सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि सीमा के पास स्थित आतंकी लांच पैड सक्रिय हो गए हैं और यहां फिर से आतंकी देखे गए हैं. पिछले कुछ दिनों में घुसपैठ के प्रयास भी बढ़े हैं. सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान अब अफगानिस्तान में तालिबान की जीत के मौके का फायदा उठाने की कोशिश कर रहा है.

रक्षा सूत्र कहते थे कि इस साल फरवरी में हुए सीजफायर समझौते के बाद कुछ महीनों तक शांति रही थी, लेकिन अब घुसपैठ के मामले बढ़ रहे हैं. कुछ दिन पहले ही सीमा पार लांच पैड पर आतंकी देखे गए थे, जो भारत में घुसपैठ के लिए तैयार हो रहे हैं.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बताया कि पिछले एक महीने से रोजाना सुरक्षाबलों या राजनेताओं पर हमले की घटनाएं हो रही हैं. लांच पैड्स पर भी आतंकी गतिविधियां देखी जा रही हैं. उन्होंने कहा कि सीजफायर के बाद खाली हुए कैंपों में आतंकी लौट आए हैं. अलग-अलग एजेंसियों का अनुमान है कि इन लांच पैड्स पर करीब 300 से 500 आतंकी मौजूद हैं.

टॅग्स :जम्मू कश्मीरतालिबानआतंकवादी
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