जम्मू कश्मीर: 4000 कश्मीरी पंडितों की सामूहिक पलायन की चेतावनी के बाद उनके कैंपों की घेराबंदी की गई
By विशाल कुमार | Published: June 1, 2022 01:50 PM2022-06-01T13:50:49+5:302022-06-01T13:54:47+5:30
प्रधानमंत्री के विशेष पैकेज के तहत नियोजित लगभग 4,000 कश्मीरी पंडितों ने कल धमकी दी थी कि अगर प्रशासन ने उन्हें 24 घंटे के भीतर सुरक्षित स्थानों पर नहीं पहुंचाया तो वे घाटी छोड़ देंगे। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन हाय-हाय, अल्पसंख्यकों को जीने दो और हमें न्याय चाहिए जैसे नारे लगाए।
श्रीनगर: आतंकवादियों द्वारा लगातार निशाना बनाकर की जा रही हत्याओं के कारण कश्मीर घाटी से सामूहिक पलायन की धमकी के बाद जम्मू कश्मीर प्रशासन ने कश्मीर पंडित समुदाय के शिविरों के चारों तरफ घेराबंदी कर दी है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री के विशेष पैकेज के तहत नियोजित लगभग 4,000 कश्मीरी पंडितों ने कल धमकी दी थी कि अगर प्रशासन ने उन्हें 24 घंटे के भीतर सुरक्षित स्थानों पर नहीं पहुंचाया तो वे घाटी छोड़ देंगे। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन हाय-हाय, अल्पसंख्यकों को जीने दो और हमें न्याय चाहिए जैसे नारे लगाए। इनमें महिलाएं भी शामिल हैं।
आज कई जगहों पर प्रवासी पंडित ट्रांजिट कैंप को सील कर दिया गया। श्रीनगर के इंद्रा नगर में पुलिस ने प्रवेश बिंदुओं को अवरुद्ध कर दिया और किसी भी कश्मीरी पंडित को बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई।
सबसे बड़े ट्रांजिट शिविरों में से एक वेसु पंडित कॉलोनी में सैकड़ों कश्मीरी पंडितों ने विरोध प्रदर्शन किया और न्याय और घाटी से पुनर्वास की मांग करते हुए नारे लगाए।किसी भी पंडित को बाहर नहीं निकलने से रोकने के लिए कई शिविरों के मुख्य द्वारों को बंद कर दिया गया है।
बता दें कि, कल कुलगाम जिले में एक हिंदू स्कूल शिक्षिका रजनी बाला की आतंकवादियों ने उनके स्कूल के बाहर ही उनका नाम पूछने के बाद हत्या कर दी थी।
दो हफ्ते पहले कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की भी आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से कश्मीरी पंडितों का एक समूह अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर धरने पर बैठा हुआ है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस साल जनवरी से अब तक घाटी में आतंकवादी 16 लोगों की निशाना बनाकर हत्या कर चुके हैं।